Poetry
कविता : प्रभुता व प्रतिभा
प्रभुता पाई काहि न मद होई, प्रतिभा पाई सदा यश होई, असफलता से बात न बनती, पाई सफलता आराम न होई। भाग्य से मिली सफलता कैसी, बिन गुरू ज्ञान की प्रतिभा जैसी । मिले न प्रतिभा बिन अवसर के, निज कृत क़र्म जीवन की जैसी । सुंदर संदेश छिपा कविता में, जीवन की राहों में […]
Read Moreकविता : अभिमान, स्वाभिमान
जन्म से लेकर मृत्यु तलक का सफ़र बहुत ही लम्बा है, बचपन से वृद्धावस्था तलक जीवन का सफ़र झरोखा है। मेरा तेरा करते करते हम सबने सारी उम्र बितायी है, मेरा तेरा ना छोड़ सका कोई, मन से मन न मिला सका कोई। मंज़िल मन से मन मिलने की, सारी उम्र से ज़्यादा लम्बी है, […]
Read MoreED कविता खिलाफ समन की तारीख आगे बढ़ाने को हुई सहमत, 26 को सुनवाई
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय के समक्ष शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली की शराब नीति मामले में भारत राष्ट्र समिति (BRS) नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी कविता को जारी किए गए समन पर 10 दिन की मोहलत देने को राजी हो गया। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति सुधांशु […]
Read Moreराजधानी के गोमती नगर में सजी हरियाली तीज महोत्सव में महिलाओं की शाम
कुसम, मृदुला व आरती बनीं तीज क्वीन लखनऊ । सावन का मौसम हो और हरियाली तीज कार्यक्रम में महिलाओं का उत्साह न दिखे, ऐसा संभव नहीं है। महिलाएं अपने मेंहदी रचे और हरी चूड़ियों भरे हाथों से तरह-तरह की नृत्य भंगिमायें पेश कर बरबस ही अपनी ओर खींच रही थीं। ऐसा खूबसूरत नजारे वाली शाम […]
Read Moreकविता : अच्छी संगति : अच्छे विचार
- Nayalook
- May 5, 2023
- #salt water
- #sweet words
- happiness
- Human
- love
- Poetry
जमीन अच्छी हो व खाद अच्छी हो, पर पानी खारा हो, तो फूल नहीं खिलते, वैसे ही भाव अच्छे हों, कर्म भी अच्छे हों, पर वाणी खराब हो, तो रिश्ते नहीं टिकते। इंसान के विचारों का स्तर इंसान की अपनी संगति पर ही निर्भर करता है, हमारी संगति जितनी अच्छी होगी, हम उतने ही विचारों […]
Read Moreकविता : हमारा जीवन बाँसुरी जैसा होता है,
- Nayalook
- April 30, 2023
- #Flute
- aishwarya
- Friendship
- natural
- Poetry
- social
जब मित्रता टूट जाती है, संसार में सच्चे इंसान तब दुःखी होते हैं, झूठे इंसान दुख के समय मित्र को छोड़ कर दूर दूर खड़े नज़र आते हैं। प्राय: ऐश्वर्य की अधिकता में मित्रों और शत्रुओं की वृद्धि हो जाती है, वहीं ज्ञान और विवेक जब बढ़ जाये, तो बस मित्रों की संख्या बढ़ जाती […]
Read Moreकविता : हम वही आपकी जनता हैं, नेता जी
हम वही आपकी जनता हैं, नेता जी, जिसने तुम्हें विजय दिलवाई थी, हाथ जोड़कर वोट माँगने आये थे, नेता जी, पूरे पाँच वर्ष फिर ग़ायब रहे थे, नेता जी। हम वही आपकी जनता हैं, नेता जी… गड्ढों से बदहाल हमारी सड़कें हैं, मलबे से बजबजा रहीं नालियाँ हैं, कूड़ा बिखरा है सड़कों पार्कों में, नेता […]
Read Moreप्रेम का रंग चढ़ता चला गया
- Nayalook
- April 10, 2023
- #plays
- life
- Poetry
- tolerance
प्रेम का रंग चढ़ता चला गया, यूँ लगा कि दुनिया हमारी है, त्याग का यत्न जब सीखा तो ऐसा लगा कि जन्नत हमारी है। जीवन का साथ निभाता चला गया समस्यायें भी सुलझाता चला गया, दहशतगर्दी का शोक मनाया नहीं, बर्बादियों का दर्द भुलाता चला गया। जो कुछ मयस्सर हुआ उसको अपनी तक़दीर समझ लिया, […]
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कविता : नो लाइफ विद आउट वाइफ
आज कल अमर्यादित टिप्पणी करने में हम बहुत तेज़ हो गये हैं, सारी मर्यादा जाने या अनजाने, ईर्ष्यावश हम सभी भूल गये हैं। सच है कि वाइफ इज लाइफ, नो लाइफ विद आउट वाइफ, व्हेन सम वन लेफ्ट हिज वाइफ, हाउ कुड ही सरवाइब इन लाइफ। कोई कहता, उस दल की विधवा, कोई माँगता है […]