#Sri Krishna
कविता : प्रभुता व प्रतिभा
प्रभुता पाई काहि न मद होई, प्रतिभा पाई सदा यश होई, असफलता से बात न बनती, पाई सफलता आराम न होई। भाग्य से मिली सफलता कैसी, बिन गुरू ज्ञान की प्रतिभा जैसी । मिले न प्रतिभा बिन अवसर के, निज कृत क़र्म जीवन की जैसी । सुंदर संदेश छिपा कविता में, जीवन की राहों में […]
Read Moreगीता में श्रीकृष्ण ने बताया है धर्म का सही मतलब
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता श्रीमद्भागवत गीता में भगवान कृष्ण के उपदेशों का वर्णन है। गीता के ये उपदेश श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को दिए थे। गीता में दिए उपदेश आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं और मनुष्य को जीवन जीने की सही राह दिखाते हैं। गीता की बातों को जीवन में अपनाने […]
Read Moreखिचडी पर लगता है मेला: सूर्य के उत्तरायण होने पर कहलाता है देवताओं का दिन
मठों मंदिरों और आश्रमों में चढ़ती है खिचड़ी मौसम का बदलाव,हर घर मे होता है स्नान के बाद दान बनती है खिचड़ी संक्रातिके एक दिन पहले होती है लोहिड़ी मोक्ष प्रद होता है उत्तरायण,होते हैं शुभ कार्य मकर राशि मे सूर्य का आगमन,यानी कि सूर्य का उत्तरायण में प्रवेश एक पुनीत घटना है। जब देवताओं […]
Read Moreप्रभु चरणों में समर्पण
डॉ दिलीप अग्निहोत्री भारतीय दर्शन में भक्ति योग ज्ञान योग और कर्म योग तीनों की महत्ता है। इन में किसी भी मार्ग पर चलते हुए मोक्ष तक की यात्रा को पूरा किया जा सकता है। द्वापर युग की कृष्ण लीला में भक्ति ज्ञान और कर्म के सुन्दर प्रसंग दिखाई देते हैं। प्रभु श्रीकृष्ण ने अर्जुन […]
Read MoreSpecial on Geeta Jayanti : गीता में बारम्बार योगी बनने को क्यों कहा गया?
सम भाव मे रहने का रहस्य कर्म,ज्ञान भक्ति योग… क्या है? गीता मे प्रबंधन इंसान का जीवन भी बड़ा गूढ़ है,जिसमे भविष्य का बिल्कुल पता नहीं होता,फिर भी भविष्य की योजनाएं गढ़ता है। यह सच है प्लानिंग करनी चाहिए.. वर्तमान की तरह भविष्य की प्लानिंग बने,योजनायें तय हों… बजट निर्धारित हो.. लक्ष्य लेकर चले। पर […]
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