Analysis
मुंबई की शाम, पुष्पाजी के नाम! व्यास सम्मान समारोह पर!!
के. विक्रम राव मुंबई में डॉ. पुष्पा भारती को जब व्यास सम्मान से कल (11 फरवरी 2024) नवाजा गया तो कई यादें फिर उकेरी गईं, उकेली भी। ठीक उनकी पुरस्कृत रचना “यादें, यादें, यादें” की भांति। उपलक्ष्य और उपलब्धि में बड़ा तालमेल रहा। जब केके बिडला फाउंडेशन के निदेशक सुरेश रितुपर्ण डॉ. पुष्पा भाभी को […]
Read Moreपित्सा, पराठा और हम! विश्व खाद्य दिवस पर!!
कल (9 फरवरी 2024) विश्व पित्सा दिवस था। पित्सा अथवा पिज़्ज़ा यूरोपियन आत्मबंधु है पराठे का। इटली में जन्मा यह पराठा कर्नाटक के सागरतट पर अवतरित हुआ था। भले ही दोनों में दूरी हजारों मीलों की हो, पर साम्य बहुत है। इतिहास भी सदियों पुराना। एक समानता है दोनों में। भारत में बनने वाले पित्सा […]
Read Moreपवार हारे वार! ऊंट आया पहाड़ तले!!
अंगूर के उत्पादक, किसान नेता शरदचंद्र गोविंदराव पवार, अब किसमिस के व्यापारी हो जाएंगे। द्राक्ष्य सूख गया। निर्वाचन आयुक्त के कल के (सात फरवरी 2024) निर्णय के बाद। राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (रांकापा) अब उनकी नहीं रही। ठीक 25 वर्ष बीते, शरद पवार ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (10 जून 1999) तोड़ डाली थी। हालांकि यह […]
Read Moreकांग्रेस के लिए 24 की सबसे बड़ी चुनौती
कांग्रेस पार्टी के लिए 2024 का चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इससे पहले 2014 और 2019 में पार्टी ने बुरी तरह से हार का सामना किया है। कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा ने पार्टी को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे कि पार्टी के नए अध्यक्ष […]
Read Moreपारिवारिक संस्कृति कैसे अनुकूल बने?
21वीं सदी में मुश्किलें बढ़ीं एकल परिवार भी असंतुष्ट पति -पत्नी और बच्चे असंतुलन के शिकार किसी पात्र में दूषित जल भरा है,तो गंगा जल डालने पर भी वह दूषित ही बना रहेगा। उस पात्र में गंगा जल की पवित्रता बनी रहे ,इसके लिए पहले पात्र मे पहले से भरा दूषित जल उलट कर गिराना […]
Read Moreआडवाणी ने राष्ट्रीयता बचायी! वर्ना विदेशी राज लौट आता!!
के. विक्रम राव भारत रत्न मिल जाना चाहिए था आडवाणी जी को 20 वर्ष पूर्व ही (अप्रैल 1999 पर)। तब दिल्ली के तख्त पर लालचंद्र किशनचंद्र आडवाणी ने एक विदेशी को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने और तीन मूर्ति भवन पर कब्जा करने से रोका था। आडवाणी जी के साथ समाजवादी विपक्ष के पुरोधा, लोहियावादी, […]
Read Moreचले थे भारत जोड़ने! सफल हुये गांठें तोड़ने!!
राहुल गांधी ने फिर सियासी इतिहास रच डाला। चार गैर भाजपायी राज्यों में उनके पादारबिंदु पड़ते ही सोनिया-नीत महागठबंधन दरकने लगा। दरार पड़ गई। वे सब अलग हो गए। “भारत जोड़ो” यात्रा भी फिस होती दिख रही है। इस यूरेशियन पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को शेक्सपियर की उक्ति याद आई होगी : “विपदा आती है तो […]
Read Moreमाकपा सरकार वित्तीय संकट में! राज्यपाल आरिफ बड़े सख्त!!
केरल के महामहिम राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बड़े सौम्य, शालीन, शिष्ट, शऊर तथा सलीके से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट सरकार को दुरुस्त कर ही दिया। बांस भी नहीं टूटा, सांप भी मर गया। विधानसभा के बजट अधिवेशन (कल 25 जनवरी 2024) के अपने उद्घाटन भाषण को बस दो मिनट में समाप्त कर दिया। कुल 62 पन्नों […]
Read Moreविज्ञान नहीं जानता, वेद बताते हैं, तुलसी लिखते हैं, वायु के 49 स्वरूप
अयोध्या । आइए एक अलौकिक ज्ञान से परिचित हुआ जाय। यह कोई सामान्य जानकारी नहीं है। हमारा सनातन जिसे महाविज्ञान कहता है ,यह उसका एक अंशमात्र है। इस लोक को इसी महाविज्ञान से हनुमान संचालित करते हैं। यह अद्भुत है। श्रीरामचरित मानस में सुंदरकांड पढ़ते हुए 25 वें दोहे पर ध्यान थोड़ा रुक देना चाहिए।आपको […]
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