Analysis

Analysis

भाजपा का मजबूत विकल्प बनने का मुहूर्त अभी नहीं!

तीसरा मोर्चा के प्रयास के मायने हैं कि नरेंद्र दामोदरदास मोदी तीसरी बार भी प्रधानमंत्री चुन लिए जाएंगे। निश्चित तौर पर, यकीनन। यह ध्रुव सत्य है, अटल कथन भी। अब बंगालन शेरनी और सैफाई के यदुवंशी योद्धा को नए बनते बिगड़ते सियासी समीकारणों को सम्यक तौर पर समझना होगा। गैर-भाजपायी मोर्चा और सत्तासीन पार्टी के […]

Read More
Analysis

अब समय के साथ बदल रहा है आजादी का मतलब

कैसा विक्षोभ, वितृष्णा, विरूप, विकृति, विषाद की अनुभूति होती है आज (23 मार्च 2023) ! शहीदे आजम का बलिदान दिवस है। समाजवाद के सूरज लोहिया की जयंती है। मगर अतीव ग्लानि होती है यह बोध होने पर कि बमुश्किल शून्य दशमलव एक प्रतिशत (केवल तीस हजार) भारतीय ही ब्रिटिश साम्राज्य से लड़े थे। तब (1930 […]

Read More
Analysis

जहाँ भी अन्याय, जुल्म और अनाचार है उसके खिलाफ उठने वाली हर आवाज भगत सिंह है

बलिदान दिवस पर याद किए गए भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव लखनऊ। शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के बलिदान दिवस पर आयोजित संगोष्ठी-मजदूर आन्दोलन और भगत सिंह में आज अमर बलिदानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। संगोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ कर्मचारी नेता अमर नाथ यादव ने की और संचालन रीना त्रिपाठी ने किया। […]

Read More
Analysis

भगत सिंह: आजादी के इस मतवाले के कितने रूप

यशोदा श्रीवास्तव जब हम तथाकथित प्रगतिशील लेखक की एक बहुचर्चित फिल्म देखते हैं तो जान पाते हैं कि गांधी का हत्यारा गोडसे इस गुस्से में गांधी का कत्ल कर देता है कि गांधी ने भगत सिंह को फांसी से बचाने का कोई उपाय तो नहीं ही किया, अंग्रेज हुकूमत के इस क्रूरतम कृत्य की निंदा […]

Read More
Analysis

फांसी पर चंद्रचूड़ बाप-बेटे में विषम नजरिया !!

रस्सी से लटकाकर फांसी देने से अनावश्यक पीड़ा होती है। अतः भारत के पंचासवें प्रधान न्यायधीश धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ चाहते (21 मार्च 2023) हैं कि सरकार कष्टहीन मृत्युदंड की विधि रचे। जबकि उनके स्वर्गीय पिताश्री, जो 16वें प्रधान न्यायाधीश (1985 में) थे, न्यायमूर्ति यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ ने अपने निर्णय (23 सितंबर 1983) में लिखा था […]

Read More
Analysis

सनातनियों के “जज़िया” से बाबा मुक्त! लाल सलाम शतरूद्र की मुहिम को!!

अनादिकालीन नगरी काशी पर आज तक प्रस्तुत असंख्य शोध रचनाओं में एक अति विशिष्ट कृति है साथी शतरुद्र प्रकाश की ताजा तरीन किताब : “श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से धाम तक”, (संपादिका : अंजना प्रकाश, प्रकाशक गंगा वैली प्रकाशन, नवापुरा, सारनाथ, मूल्य 200 रूपये)। एक दावा होता था कभी कि “जिसने लाहौर नहीं देखा, उसने […]

Read More
Analysis

भारत में लोकतंत्र की सुदृढ़ता व पतनोन्मुख राजनीतिक स्थिति

लखनऊ। इंटरनेट के इस आधुनिक युग में विश्व एक है, यह निर्विवाद रूप से सर्वमान्य सत्य है। विश्व गुरु भारत के जनमानस के द्वारा भी यही कहा जाता है। साथ ही यह भी कि विश्व को एक बनाना ही भारत की वैश्विक नीति का उद्देश्य भी है। परंतु जब आंतरिक राजनीति की बात आती है […]

Read More
Analysis

आजा री निंदिया, धीरे से! सेहत के खातिर!!

बहुप्रचारित विश्वनिद्रा दिवस भारत में आज (शनिवार, 18 मार्च 2023, चैत्र कृष्ण पाप मोचिनी एकादशी के दिन) प्रातः 5:40 बजे खत्म हुआ। निढाल और क्लांत मानव को फिर स्फूर्तिमान बनाया। नई भोर की भांति। रात भर की अच्छी नींद सदैव आशा तथा अवसाद के बीच सेतु बनती है। महात्मा गांधी ने तो कहा भी था […]

Read More
Analysis

मनकामना सिद्धि नर पावा….

मानस का विरोध निरर्थक प्रयास 134 जातियो को किसने बनाया आज अचानक मोबाईल खोलते ही कई पार्टी बदलने वाले तथाकथित एक नेता अच्छा जी का इंटरव्यू दिखा। वे आज कल तीसरी पार्टी की शोभा बढ़ा रहे हैं…और रामचरितमानस के विरोधी बने घूम रहे हैं। संभवत: इसी से अपनी पहचान बनाने की कोशिश मे लगे हों। […]

Read More
Analysis

लंदन में चमकी गुलाबी गैंग की कमांडर! बांदा की वीरबाला संपत पाल की वीरगाथा!!

पिछड़े जिले बांदा का गुलाबी गैंग फिर सुर्खियों में है। इस बार सृजनात्मक मकसद के कारण। केनसिंग्टन रॉयल बरो (लंदन) के ऐतिहासिक फैशन म्यूजियम ने इस नारी-प्रतिरोधवाली जमात की दलित मुखिया 62-वर्षीया श्रीमती संपत पाल की पीली साड़ी, नारंगी ब्लाउज, चंपई पेटीकोट को मंगवाया गया है। इन परिधानों को हजारों दर्शनार्थियों हेतु प्रदर्शित किया जाएगा। […]

Read More