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संकष्टी चतुर्थी का व्रत आज है जानिए शुभ तिथि और पूजा विधि व महत्व…
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता हर हिंदी महीने में दो चतुर्थी पड़ती हैं। एक कृष्ण पक्ष में, दूसरा शुक्ल पक्ष में, दोनों चतुर्थी भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित हैं। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं। चतुर्थी तिथि को चंद्रदर्शन के मद्देनजर इसी दिन […]
Read Moreखमरिया पुलिस ने दीपावली का त्यौहार गरीबों के घर जाकर मनाया, खुशियां हुई दुगनी
मिट्टी से बने दिए व मिठाई पटाखे खरीदकर गरीब बच्चों महिलाओं बुजुर्गों को किए वितरित खमरिया खीरी । अचानक किसी के घर पुलिस पहुंच जाए तो लोग सहम जाते हैं,लेकिन इस दिवाली पर खमरिया क्षेत्र में नजारा कुछ और ही रहा। जहां खमरिया थानाध्यक्ष अजय राय की अगुवाई में पुलिस की टीम अचानक अपनी गाड़ियों […]
Read Moreहरियालीअमावस्या आज है जानिए शुभ मुहूर्त व पूजा विधि और कथा…
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता सावन माह की अमावस्या तिथि को हरियाली अमावस्या के रूप में मनाया जाता है। हरियाली अमावस्या को बहुत ही शुभ माना जाता है। सामान्यतः हरियाली अमावस्या हरियाली तीज से तीन दिन पहले आती है। इस दिन पेड़-पौधे लगाने का विशेष महत्व है। सनातन धर्म में सावन के महीने को बहुत ही […]
Read Moreविकट संकष्टी चतुर्थी आज है, जानिए शुभ तिथि व पूजा मुहूर्त और पूजा विधि
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता आज वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की संकष्टी चतुर्थी है, जिसे विकट संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। इस दिन विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की पूजा विधिपूर्वक करते हैं। उनकी कृपा से सुख, सौभाग्य, शुभता, बुद्धि, धन, दौलत आदि में वृद्धि होती है। गणेश जी प्रथम पूज्य हैं, उनके आशीर्वाद के बिना आपको […]
Read Moreदत्तात्रेय जयंती के अनुष्ठान से ग्रहों की अनुकूलता के साथ होती है सर्वकामनाओं की पूर्ति,
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता दत्तात्रेय जयंती को दत्त जयंती भी कहा जाता है, जो हिंदू देवता दत्तात्रेय (जिन्हें दत्ता के नाम से भी जाना जाता है) के जन्म को इंगित करती है, जो कि सक्षम त्रिदेव, शिव, ब्रह्मा और विष्णु के एक समेकित प्रकार हैं। दत्तात्रेय जयंती प्रमुख रूप से महाराष्ट्र में मनाई जाती है। […]
Read Moreराशि अनुसार करें कन्या पूजन और कन्याओं को दें ये उपहार
ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा लखनऊ। नवरात्रि की पूजा में कन्या पूजन का विशेष महत्व है और बिना कन्या पूजन के नवरात्रि की पूजा पूरी नहीं हो पाती। नवरात्रि की नवमी तिथि को कन्या पूजन कर मां को विदा किया जाता है। इस पूजन में दो वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक की कन्याओं को आमंत्रित […]
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