#Mulayam Singh Sarkar

Analysis

हिंदी रंगमंच पर तनिक ख्याली पुलाव!

अब मुंबई, अहमदाबाद, बड़ौदा और हैदराबाद में थ्येटर पर कुछ मेरी अपनी की गई रिपोर्टिंग का संदर्भ भी दे दूं। यह आवश्यक है ताकि सनद रहे। साक्ष्य और सबूत प्रस्तुत कर दूं कि आखिर एक मुझ जैसे बुद्धिकर्मी, श्रमजीवी की थ्येटर पर टिप्पणी हेतु अर्हता क्या है ? बात सितंबर 1958 की है लखनऊ विश्वविद्यालय […]

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