Baroda

Analysis

मोदी लोकतंत्र-प्रहरी के साथ रहे! निहाल हुये हम सब!!

के. विक्रम राव प्रसंग गत बुधवार (11 अक्टूबर 2023) का है जब बिसराई याद ताजा हो गई, आठ साल पुरानी। मानों ऊंट की निगाह राई पर पड़ी हो। बल्कि अरबी भाषा में “ज़र्रानवाज़ी” हो, अर्थात नाचीज़ की कद्र। दिन था रविवार (11 अक्टूबर 2015)। तब नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने नई दिल्ली के भव्य विज्ञान भवन […]

Read More
Analysis

घरेलू कामवाली की  व्यथा-कथा का मंचन !!

के. विक्रम राव नाटकाकार भाई प्रदीप घोष (मो. : 9453414604) एक स्पर्शमणि हैं जो किसी भी कलारूपी धातु को छूते ही कंचन रूप दे देते हैं। उनका यह हूनर है, नैपुण्य भी। अमेरिका (हार्वर्ड) में शिक्षित साहित्यकार कृष्ण बलदेव वैद्य के उपन्यास “एक नौकरानी की डायरी” का यह नाटक रूपांतर है। स्वयं एक श्रमजीवी के […]

Read More
Analysis

हिंदी रंगमंच पर तनिक ख्याली पुलाव!

अब मुंबई, अहमदाबाद, बड़ौदा और हैदराबाद में थ्येटर पर कुछ मेरी अपनी की गई रिपोर्टिंग का संदर्भ भी दे दूं। यह आवश्यक है ताकि सनद रहे। साक्ष्य और सबूत प्रस्तुत कर दूं कि आखिर एक मुझ जैसे बुद्धिकर्मी, श्रमजीवी की थ्येटर पर टिप्पणी हेतु अर्हता क्या है ? बात सितंबर 1958 की है लखनऊ विश्वविद्यालय […]

Read More
Central UP

भारतीय हिंदी परिषद कार्यकारिणी का गठन

लखनऊ। भारतीय हिंदी परिषद प्रयागराज के कवयित्री वहीजा बाई उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय जलगांव महाराष्ट्र में दिनांक 19-20 मार्च को आयोजित 46वें अधिवेशन में लखनऊ विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के आचार्य प्रो. पवन अग्रवाल भारतीय हिंदी परिषद के सभापति निर्वाचित किए गए हैं। भारतीय हिंदी परिषद की स्थापना इलाहाबाद विश्वविद्यालय के तत्कालीन हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ धीरेंद्र वर्मा […]

Read More