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Purvanchal Raj Dharm UP Uttar Pradesh

सृष्टि प्रवाह में श्रीराम की भव्य नव्य अयोध्या के युग में मंगलमय प्रवेश

संजय तिवारी नवीन कैलेंडर वर्ष में श्रीराम की मंगलमय उपस्थिति के साथ सनातन विश्व की नवीन यात्रा शुरू हो रही है। श्रीराम सर्वशक्तिमान, हैं, सर्वगुणाधार हैं, सृष्टिकर्ता हैं, सबके एकमात्र स्वामी हैं, ऐश्वर्य, माधुर्य, कारुण्य, प्रेम , दया , संबंध और मर्यादा के अथाह समुद्र हैं, हमारे परम सुहृद हैं। इस बातपर विश्वास होते ही […]

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Delhi

राष्ट्र निर्माण के साथ विश्व निर्माण की कार्य कर रही है ब्रह्माकुमारी संस्था: बिरला

नई दिल्ली । लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दीप प्रज्जवलित कर ब्रह्मा कुमारी संस्था की ओर से चलाई जा रही सकारात्मक परिवर्तन वर्ष परियोजना का राष्ट्रीय शुभारंभ करते हुए रविवार को कहा कि पिछले आठ दशक से ब्रह्मा कुमारी संस्था व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण, राष्ट्र निर्माण से विश्व निर्माण का कार्य कर रही हैं। […]

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Litreture

कविता : प्रेम, दया, आशीर्वाद गिनते रहिये

बीत गया जो, बदला कैसे जायेगा, मंतव्य वास्तविकता कैसे बतलाएगा, मंज़िल अलग, गंतव्य एक होता है, बीती बिगड़ी बातें भी बनते देखा है। सकारात्मक सोच सदा सदैव, हमें सकारात्मकता ही देती है, जो चीज़ किसी और को देते हैं, वही हम तक लौट फिर आती है। हार मान कर संघर्षों से बैठ जाओगे तो जीवन […]

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Religion

चंद्रमा: जातक के मानसिक एवं मातृ सुख, नेत्र, देशप्रेम और जलीय वस्तु से व्यापार को दर्शाता है,

डॉ. उमाशंकर मिश्र लखनऊ। हमारे शास्त्रों में चंद्रमा का विशेष महत्व माना गया है। चंद्रमा का एक नाम सोम भी है। पुराणों में चंद्रमा से संबंधित अनेक कथाओं का वर्णन मिलता है। चंद्रमा को देवतुल्य मानकर ऋषियों द्वारा इनकी स्तुति भी की गई है। चंद्रमा की उत्पत्ति के बारे में उल्लेख मिलता है कि ब्रह्माजी […]

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Litreture

कविता : मैं कौन हूँ, आप कौन हैं

  एक लोटा पानी, सिकंदर की कहानी, किसी एक समझदार शख़्स ने, कह कर सुनाई अपनी ज़ुबानी, जिसने सुना उसको हुई हैरानी, जीवन क्षणभंगुर, न बचती निशानी, एक लोटा पानी, सिकंदर की कहानी।       प्यासे सिकंदर को रेतीले रेगिस्तान में नहीं दिया फ़क़ीर ने एक लोटा पानी, सारा साम्राज्य देने को तैयार था […]

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