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Litreture

कविता : मैं कौन हूँ, आप कौन हैं

  एक लोटा पानी, सिकंदर की कहानी, किसी एक समझदार शख़्स ने, कह कर सुनाई अपनी ज़ुबानी, जिसने सुना उसको हुई हैरानी, जीवन क्षणभंगुर, न बचती निशानी, एक लोटा पानी, सिकंदर की कहानी।       प्यासे सिकंदर को रेतीले रेगिस्तान में नहीं दिया फ़क़ीर ने एक लोटा पानी, सारा साम्राज्य देने को तैयार था […]

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