PGI की नैक ग्रेडिंग हेतु तैयार सेल्फ स्टडी रिपोर्ट की समीक्षा
लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट, लखनऊ द्वारा नैक हेतु तैयार सेल्फ स्टडी रिपोर्ट की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि SGPGI प्रदेश का एक विशेष चिकित्सा संस्थान है, जिसकी विशिष्ट उपलब्धियाँ देश और विदेश स्तर पर ख्याति प्राप्त हैं। संस्थान अपनी उपलब्धियों को सूचीबद्ध करे और नैक मूल्यांकन के निर्धारित क्राइटेरिया अनुसार उन्हें प्रस्तुत करे। उन्होंने कहा कि नैक ग्रेडिंग के महत्व को समझें और इसे अनवरत करने के लिए पांच वर्ष की योजना बनाकर निरंतर कार्य करें। राज्यपाल ने निर्देश दिया कि बेहतर नैक मूल्यांकन कराने के लिए सशक्त तैयारी के साथ SSR दाखिल करें।
राज्यपाल ने टीम के सदस्यों को विद्यार्थियों को नैक तैयारी से जोड़ने, सभी शिक्षकों को विद्यार्थियों के मध्य सुगम समागम, विचरण और विचार-विनिमय रखने, सामाजिक गतिविधियां बढ़ाने, संस्थान के सभी परिसरों में बेहतर सफाई व्यवस्था रखने, छात्रों से जनहित में प्रोजेक्ट कार्य करवाने, विश्वविद्यालय प्रबन्धन में कार्य सुगमता के लिए प्रशासनिक अधिकारों का समुचित सीमा तक विकेन्द्रीकरण करने जैसे मुद्दों पर विशेष चर्चा करते हुए आवश्यक सुधारों से अवगत कराया। राज्यपाल ने प्रस्तुतिकरण के राइटअप में सम्बन्धित एनेक्सचर लगाकर विस्तृत और सुसंगत बनाने को कहा। क्राइटेरिया तीन में ही एक्सटेंशन गतिविधियों में उन्होंने संस्थान द्वारा समाज हित में किए गए विविध चिकित्सीय प्रोजेक्ट का स्मरण कराते हुए, ऐसे समस्त कार्यों का उल्लेख विवरण सहित अंकित करने को कहा।
राज्यपाल ने संस्थान की लाइब्रेरी में हिन्दी माध्यम से चिकित्सीय शिक्षा की पुस्तकें रखने के निर्देश के साथ इसका उल्लेख SSR में जोड़ने को कहा। उन्होंने संस्थान के विदेशों में कार्यरत और स्थापित हो चुके पुराने विद्यार्थियों के कार्यगत अनुभवों को नये विद्यार्थियों से सांझा कराने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा टीम के सभी सदस्य अपने प्रस्तुतिकरण का पुनरावलोकन करें और प्रत्येक बिन्दु को सशक्त करें। संजय गाँधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टिट्यूट को वर्तमान “नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क” में सातवीं रैंक प्राप्त हुई है। जबकि इसके पूर्व के वर्ष में इस संस्थान को पाचवीं रैंक प्राप्त थी।