#Vitadha Karma
Litreture
मन राधा हो तन यमुना तट
शक्ति हो सामर्थ्य हो जीवन सदा उत्साह में हो। मातृभू के काम आए नदी के पतवार ज्यौं हो।। विश्व मे हो शांति ,मेरा मन सदा कल्याण सोचे। इंद्रिया हों संयमित वाणी सदा सियाराम मय हो।।1।। हे विधाता कर्म करने में कभी आलस्य न हो। तन सदा गतिमान होवे,बुद्धि मे कोई न भ्रम हो।। लक्ष्य जीवन […]
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