Thinking

Litreture

मीडिया दिवस 30 मई पर विशेष : यह है पत्रकार

धरती की पीड़ा, अधर्म की बढ़त, संकट मे जन जीवन, असंतोष- अत्याचार बढ़ रही हो उल्टी बयार तो दे जानकारी राजा को क्या है? सामाजिक यथार्थ। यह है पत्रकार। सत्य का अन्वेषण भ्रष्ट प्रशासन का सच, राजा का अत्याचार, आम जनता की सोच, भय,भूख,असंतोष , शिक्षा का अभाव, स्वास्थ्य सेवा का हाल, सुरक्षा खामियां तलाशे, […]

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कविता : समालोचना उसका हक़ होता है,

कविता की रचना जब कोई कवि अपनी कल्पना में जाकर करता है, यदि पाठक रचना में गलती खोजे, समालोचना उसका हक़ होता है। बिना गलती के गलती खोजे यह, बिगड़ी आदत के कारण होता है, लेकिन ख़ुद जब वह लिखना चाहे, एक पंक्ति पूरी नहीं लिख पाता है। निंदा और समालोचना, सोचने और समझने के […]

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