Criticism

Litreture

कविता : समालोचना उसका हक़ होता है,

कविता की रचना जब कोई कवि अपनी कल्पना में जाकर करता है, यदि पाठक रचना में गलती खोजे, समालोचना उसका हक़ होता है। बिना गलती के गलती खोजे यह, बिगड़ी आदत के कारण होता है, लेकिन ख़ुद जब वह लिखना चाहे, एक पंक्ति पूरी नहीं लिख पाता है। निंदा और समालोचना, सोचने और समझने के […]

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Analysis

“कुछ लोगों को हर संबंध में दुःख क्यों मिलता है?

जुड़ने की मानवीय लालसा संबंधों के बनने का कारण है। इस जुड़ाव अथवा संबद्धता से सुख मिले, यह कौन नहीं चाहता? विचारणीय तो यह है कि इस सार्वभौम इच्छा के उपरांत भी क्या संबंध सुख देते हैं? निर्भ्रान्त सत्य यह है कि संबंध सुख नहीं देते; न ही दुःख देते हैं। हाँ, हम इनसे सुख […]

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