Indira Gandhi

homeslider National

Congress turns 137 : हिमाचल में जीत और भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस में उत्साह, इस शहर में रखी गई पार्टी की नींव

नया लुक ब्यूरो  देश की सबसे पुरानी राजनीति पार्टी कांग्रेस की आज से 137 साल पहले 28 दिसंबर 1885 को बंबई (अब मुंबई) में नींव रखी गई थी। आज कांग्रेस अपना स्थापना दिवस धूमधाम के साथ मना रही है। पिछले दिनों हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव में मिली शानदार जीत के बाद कांग्रेस नेताओं में […]

Read More
Analysis

अखबार बिना कार्टून के? शादी बिना शहनाई के!!

एक रिपोर्टर के नाते यह मेरी ह्ढ़तर बल्कि अकाट्य अवधारणा है कि हम जैसे रिपोर्टरों के हजार शब्दोंवाली खबर के सामने एक कार्टूनिस्ट द्वारा झटके-लटके से खींची गईं चंद लकीरें अधिक कारगर अभिव्यक्ति होती हैं। प्रसंग है आज (26 दिसंबर 2022) का। महान कार्टूनिस्ट शंकर की 33वीं पुण्यतिथि का। आचार्य कृपलानी और इंदिरा गांधी की […]

Read More
Analysis

दो सुहृद! सदन के बाद!!

चीन से सीमा-भिड़ंत पर राज्यसभा में कल (13 दिसंबर 2022) नेता विपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार की खाट खड़ी करने का पुरजोर प्रयास किया था। वस्तुतः यह पेशबंदी सी लगी कि कहीं जवाहरलाल नेहरू सरकार द्वारा 1962 में 43180 वर्ग किलोमीटर भूभाग को छः दशक बाद भी चीन के अवैध कब्जे […]

Read More
Delhi

मास्को से दिल्ली आ रही फ्लाइट में बम की जानकारी से मचा हड़कंप, सुबह 3.20 पर हुई लैंडिंग, पुलिस कर रही जांच

नई दिल्ली। मास्को से दिल्ली आ रही एक फ्लाइट में गुरुवार (13 अक्टूबर) को बम मिलने की सूचना मिली। दिल्ली पुलिस ने बताया,कि कल रात मास्को से दिल्ली आ रहे, विमान में बम होने की सूचना मिली थी। फ्लाइट करीब 3.20 बजे दिल्ली में लैंड हुई। सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को उतार […]

Read More
Analysis

समाजवादी स्तम्भ का न रहना!

के. विक्रम राव लखनऊ। मुलायम सिंह यादव के निधन से लोहियावादी समतामूलक संघर्ष का एक बलिष्ट स्तम्भ नहीं रहा। इतिहास में चला गया। उत्तर प्रदेश के राजनीतिक और सामाजिक जीवन में रिक्तता आ गयी। अलंकारिक अभिव्यक्ति में कहा जाये तो मुलायम सिंह यादव संघर्ष के पर्याय थे। व्यक्ति तो नाम मात्र का होता है। जब […]

Read More
Analysis

नारी थी, पर करूणामयी कतई नहीं!!

के. विक्रम राव मलिकाये बर्तानिया एलिजाबेथ द्वितीय के गत गुरूवार (आठ सितम्बर 2022) को निधन पर साम्राज्य के पूर्व उपनिवेश-समूह (अफ्रीकी, एशियायी, कैरिबियन, दक्षिण अमेरिकी) जो अब सब मुक्त राष्ट्र हैं, की प्रजा में उनके प्रति जनसंवेदना का अभाव ही दिखा। सदियों से इन देशों पर नृशंस और अमानुषिक जुल्म होता रहा। कीनिया की विधिवेत्ता […]

Read More