Vishwanath Pratap Singh
Analysis
समाजवादी स्तम्भ का न रहना!
के. विक्रम राव लखनऊ। मुलायम सिंह यादव के निधन से लोहियावादी समतामूलक संघर्ष का एक बलिष्ट स्तम्भ नहीं रहा। इतिहास में चला गया। उत्तर प्रदेश के राजनीतिक और सामाजिक जीवन में रिक्तता आ गयी। अलंकारिक अभिव्यक्ति में कहा जाये तो मुलायम सिंह यादव संघर्ष के पर्याय थे। व्यक्ति तो नाम मात्र का होता है। जब […]
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