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भाजपा का मजबूत विकल्प बनने का मुहूर्त अभी नहीं!
- Nayalook -
- March 25, 2023
- alternative
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- BJP
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- strong
- time
कांग्रेस का पुराना नारा कि “सेक्युलरवाद बचाओ” अब बेसुरा हो गया है। सभी दल कभी न कभी भाजपा से मेलजोल कर चुके हैं। हमाम में सभी डुबकी लगा चुके हैं। परिणामत : समाजवादी पार्टी तथा तृणमूल कांग्रेस भी अब गंगाजमुनी नारे से सत्ता की डगर नहीं पकड़ पाएंगी। फिर नरेंद्र मोदी कोई पितामह भीष्म तो […]
Read Moreभाजपा का मजबूत विकल्प बनने का मुहूर्त अभी नहीं!
- Nayalook -
- March 25, 2023
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तीसरा मोर्चा के प्रयास के मायने हैं कि नरेंद्र दामोदरदास मोदी तीसरी बार भी प्रधानमंत्री चुन लिए जाएंगे। निश्चित तौर पर, यकीनन। यह ध्रुव सत्य है, अटल कथन भी। अब बंगालन शेरनी और सैफाई के यदुवंशी योद्धा को नए बनते बिगड़ते सियासी समीकारणों को सम्यक तौर पर समझना होगा। गैर-भाजपायी मोर्चा और सत्तासीन पार्टी के […]
Read Moreअब समय के साथ बदल रहा है आजादी का मतलब
कैसा विक्षोभ, वितृष्णा, विरूप, विकृति, विषाद की अनुभूति होती है आज (23 मार्च 2023) ! शहीदे आजम का बलिदान दिवस है। समाजवाद के सूरज लोहिया की जयंती है। मगर अतीव ग्लानि होती है यह बोध होने पर कि बमुश्किल शून्य दशमलव एक प्रतिशत (केवल तीस हजार) भारतीय ही ब्रिटिश साम्राज्य से लड़े थे। तब (1930 […]
Read Moreजहाँ भी अन्याय, जुल्म और अनाचार है उसके खिलाफ उठने वाली हर आवाज भगत सिंह है
बलिदान दिवस पर याद किए गए भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव लखनऊ। शहीद ए आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के बलिदान दिवस पर आयोजित संगोष्ठी-मजदूर आन्दोलन और भगत सिंह में आज अमर बलिदानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। संगोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ कर्मचारी नेता अमर नाथ यादव ने की और संचालन रीना त्रिपाठी ने किया। […]
Read Moreभगत सिंह: आजादी के इस मतवाले के कितने रूप
यशोदा श्रीवास्तव जब हम तथाकथित प्रगतिशील लेखक की एक बहुचर्चित फिल्म देखते हैं तो जान पाते हैं कि गांधी का हत्यारा गोडसे इस गुस्से में गांधी का कत्ल कर देता है कि गांधी ने भगत सिंह को फांसी से बचाने का कोई उपाय तो नहीं ही किया, अंग्रेज हुकूमत के इस क्रूरतम कृत्य की निंदा […]
Read Moreफांसी पर चंद्रचूड़ बाप-बेटे में विषम नजरिया !!
रस्सी से लटकाकर फांसी देने से अनावश्यक पीड़ा होती है। अतः भारत के पंचासवें प्रधान न्यायधीश धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ चाहते (21 मार्च 2023) हैं कि सरकार कष्टहीन मृत्युदंड की विधि रचे। जबकि उनके स्वर्गीय पिताश्री, जो 16वें प्रधान न्यायाधीश (1985 में) थे, न्यायमूर्ति यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ ने अपने निर्णय (23 सितंबर 1983) में लिखा था […]
Read Moreसनातनियों के “जज़िया” से बाबा मुक्त! लाल सलाम शतरूद्र की मुहिम को!!
अनादिकालीन नगरी काशी पर आज तक प्रस्तुत असंख्य शोध रचनाओं में एक अति विशिष्ट कृति है साथी शतरुद्र प्रकाश की ताजा तरीन किताब : “श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से धाम तक”, (संपादिका : अंजना प्रकाश, प्रकाशक गंगा वैली प्रकाशन, नवापुरा, सारनाथ, मूल्य 200 रूपये)। एक दावा होता था कभी कि “जिसने लाहौर नहीं देखा, उसने […]
Read Moreभारत में लोकतंत्र की सुदृढ़ता व पतनोन्मुख राजनीतिक स्थिति
लखनऊ। इंटरनेट के इस आधुनिक युग में विश्व एक है, यह निर्विवाद रूप से सर्वमान्य सत्य है। विश्व गुरु भारत के जनमानस के द्वारा भी यही कहा जाता है। साथ ही यह भी कि विश्व को एक बनाना ही भारत की वैश्विक नीति का उद्देश्य भी है। परंतु जब आंतरिक राजनीति की बात आती है […]
Read Moreआजा री निंदिया, धीरे से! सेहत के खातिर!!
बहुप्रचारित विश्वनिद्रा दिवस भारत में आज (शनिवार, 18 मार्च 2023, चैत्र कृष्ण पाप मोचिनी एकादशी के दिन) प्रातः 5:40 बजे खत्म हुआ। निढाल और क्लांत मानव को फिर स्फूर्तिमान बनाया। नई भोर की भांति। रात भर की अच्छी नींद सदैव आशा तथा अवसाद के बीच सेतु बनती है। महात्मा गांधी ने तो कहा भी था […]
Read Moreमनकामना सिद्धि नर पावा….
मानस का विरोध निरर्थक प्रयास 134 जातियो को किसने बनाया आज अचानक मोबाईल खोलते ही कई पार्टी बदलने वाले तथाकथित एक नेता अच्छा जी का इंटरव्यू दिखा। वे आज कल तीसरी पार्टी की शोभा बढ़ा रहे हैं…और रामचरितमानस के विरोधी बने घूम रहे हैं। संभवत: इसी से अपनी पहचान बनाने की कोशिश मे लगे हों। […]
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