Analysis
फांसी पर चंद्रचूड़ बाप-बेटे में विषम नजरिया !!
रस्सी से लटकाकर फांसी देने से अनावश्यक पीड़ा होती है। अतः भारत के पंचासवें प्रधान न्यायधीश धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ चाहते (21 मार्च 2023) हैं कि सरकार कष्टहीन मृत्युदंड की विधि रचे। जबकि उनके स्वर्गीय पिताश्री, जो 16वें प्रधान न्यायाधीश (1985 में) थे, न्यायमूर्ति यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ ने अपने निर्णय (23 सितंबर 1983) में लिखा था […]
Read Moreसनातनियों के “जज़िया” से बाबा मुक्त! लाल सलाम शतरूद्र की मुहिम को!!
अनादिकालीन नगरी काशी पर आज तक प्रस्तुत असंख्य शोध रचनाओं में एक अति विशिष्ट कृति है साथी शतरुद्र प्रकाश की ताजा तरीन किताब : “श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से धाम तक”, (संपादिका : अंजना प्रकाश, प्रकाशक गंगा वैली प्रकाशन, नवापुरा, सारनाथ, मूल्य 200 रूपये)। एक दावा होता था कभी कि “जिसने लाहौर नहीं देखा, उसने […]
Read Moreभारत में लोकतंत्र की सुदृढ़ता व पतनोन्मुख राजनीतिक स्थिति
लखनऊ। इंटरनेट के इस आधुनिक युग में विश्व एक है, यह निर्विवाद रूप से सर्वमान्य सत्य है। विश्व गुरु भारत के जनमानस के द्वारा भी यही कहा जाता है। साथ ही यह भी कि विश्व को एक बनाना ही भारत की वैश्विक नीति का उद्देश्य भी है। परंतु जब आंतरिक राजनीति की बात आती है […]
Read Moreआजा री निंदिया, धीरे से! सेहत के खातिर!!
बहुप्रचारित विश्वनिद्रा दिवस भारत में आज (शनिवार, 18 मार्च 2023, चैत्र कृष्ण पाप मोचिनी एकादशी के दिन) प्रातः 5:40 बजे खत्म हुआ। निढाल और क्लांत मानव को फिर स्फूर्तिमान बनाया। नई भोर की भांति। रात भर की अच्छी नींद सदैव आशा तथा अवसाद के बीच सेतु बनती है। महात्मा गांधी ने तो कहा भी था […]
Read Moreमनकामना सिद्धि नर पावा….
मानस का विरोध निरर्थक प्रयास 134 जातियो को किसने बनाया आज अचानक मोबाईल खोलते ही कई पार्टी बदलने वाले तथाकथित एक नेता अच्छा जी का इंटरव्यू दिखा। वे आज कल तीसरी पार्टी की शोभा बढ़ा रहे हैं…और रामचरितमानस के विरोधी बने घूम रहे हैं। संभवत: इसी से अपनी पहचान बनाने की कोशिश मे लगे हों। […]
Read Moreलंदन में चमकी गुलाबी गैंग की कमांडर! बांदा की वीरबाला संपत पाल की वीरगाथा!!
पिछड़े जिले बांदा का गुलाबी गैंग फिर सुर्खियों में है। इस बार सृजनात्मक मकसद के कारण। केनसिंग्टन रॉयल बरो (लंदन) के ऐतिहासिक फैशन म्यूजियम ने इस नारी-प्रतिरोधवाली जमात की दलित मुखिया 62-वर्षीया श्रीमती संपत पाल की पीली साड़ी, नारंगी ब्लाउज, चंपई पेटीकोट को मंगवाया गया है। इन परिधानों को हजारों दर्शनार्थियों हेतु प्रदर्शित किया जाएगा। […]
Read Moreदाना पानी: भूख-प्यास मिटाने के लिए मेहमानों का छत पर स्वागत
मेरे घर भी प्यास बुझाने आएँगे मेहमान….. इंदौर। एक ऋतु से दूसरी ऋतु का आगमन बड़ा ही सुकून भरा होता है। जहाँ एक तरफ इंसानों को ठिठुरती ठंड के बाद गर्मी का आगमन राहत दे जाता है। वहीं दूसरी तरफ मूक जानवरों और पक्षियों के लिए गर्मी का यह मौसम बड़ी समस्या बनकर खड़ा हो […]
Read Moreअगर फूल कहीं बोल पाते! पहाड़ सारे लयमय हो जाते!!
कैसा व्यतिरेक है ? तिथि (15 मार्च 2023) एक ही है। मगर प्रतीची में अशुभ है और प्राच्य में मंगलकारी। रोम (इटली) में रक्तरंजित हत्या इसी दिन एक महान शासक की हुई थी, तो उत्तराखंड (गढ़वाल और कुमाऊं) में आज लालिमाभरे पुष्पों का नजारा दिखता है। पर्व कहलाता है “पुष्पदेई। पहला दृष्टांत है छः हजार […]
Read Moreन गारा पड़ा, न ईंट, न सीमेंट, फिर भी नौ माह में अयोध्या-मस्जिद का दावा !!
इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा अपने परिसर से एक मस्जिद को हटाने के आदेश के खिलाफ अपील सुनते हुए गनीमत है सुप्रीम कोर्ट ने कल (14 मार्च 2023) रोक (स्टे) नहीं दिया। हालांकि पेंचीदिगी फंसा दी। न्यायमूर्ति द्वय मुकेशकुमार रसिकभाई शाह और चूडलायी थेवर रवि कुमार ने सुझाया कि हाईकोर्ट यदि चाहे तो नई मस्जिद हेतु […]
Read Moreहॉलीवुड ने जगाई आशा ! भारत में भी बढ़े देसी भाषा !!
बॉलीवुड की बड़ी जीजी हॉलीवुड में आस्कर पुरस्कार की सूची में मात्र बारह लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा आयरिश (ब्रिटेन की पड़ोसी आयरलैंड की) फिल्म “कैलिन सियुइन” (गुमसुम बालिका) का वैश्विक प्रतिस्पर्धी सूची में आ जाना एक विशिष्ट उपलब्धि है। अन्य बोलियों, जुबानों, उपभाषाओं आदि के लिए प्रेरक हैं, प्रोत्साहक भी। भारत की […]
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