कविता : हरि नाम सदा जपिये जपिये

कर्नल आदि शंकर मिश्र
कर्नल आदि शंकर मिश्र

हृदय और मस्तिष्क दोनों ही
उस परमात्मा के घर होते हैं,
कूड़े करकट से मत भरिये,
इन्हें स्वच्छ रखिये रखिये॥

प्रभु का घर यह पावन मन,
दुरभाव-द्वेष न इसमें भरिये,
फिर से नर देह मिले न मिले,
प्रभु नाम यहाँ धरिये धरिये॥

ये भी पढ़ें

कविता : उधार का एहसान

श्रुतियुक्त नीति अपनाइयेगा,
सत्कर्म धर्म सदा करिये करिये,
मुख में सियाराम सदा शुभ है,
हरि नाम सदा जपिये जपिये॥

जायका भक्ति की दौलत का
मोहब्बत से ज़्यादा लजीज है,
इश्क उस प्रभू से जब हो जाये,
तो दुनिया दौलत तजिये तजिये॥

ये भी पढ़ें

ओशोवाणी: सही जीवन जीने के लिए कैसे बढ़ाएं कदम, जानें रोचक प्रसंग से,

 

ओम् जय जय श्री हरि श्री हर,
विनती उनकी, पूजा उनकी,
नित प्रति मिलकर तन मन से
आदित्य सदा करिये करिये॥

 

Litreture

नार्वे के भारतीय लेखक के दो लघु कथाओं की समीक्षा

समीक्षक: डॉ ऋषि कुमार मणि त्रिपाठी प्रेम प्रस्ताव(लघुकथा) कथाकार-सुरेश चंद्र शुक्ल’ शरद आलोक’ समीक्षक- डॉ ऋषि कमार मणि त्रिपाठी लेखक ने ओस्लो के एक चर्च मे मारिया के पति के अंतिम संस्कार के एक दृश्य का वर्णन किया है। किस प्रकार लोग शामिल हुए,फूलों के गुलदस्तों मे संदेश और श्रद्धांजलि देने वालो के नाम लिखे […]

Read More
Litreture

चार लघु कथाओं की समीक्षा

समीक्षक: डॉ ऋषिकुमार मणि त्रिपाठी लेखक सुरेश शुक्ल ‘शरद आलोक’ लघु कथा एक झलक लेखक सुरेश शुक्ल ‘शरद आलोक’ साग्न स्टूडेंट टाउन से मशहूर क्लब सेवेन शहर ओस्लो के मध्य रात ग्यारह बजे आगए। डिस्कोथेक के जीवंन्त संगीत आर्केस्ट्रा सभी नि:शुल्क प्रवेश  मदिरा पीकर अनजान लड़कियो के बांहो मे बाहें डाले रात भर नाचते। मै […]

Read More
Litreture

जल की एक बूंद

जल की एक बूंद करती है सृजन रचती है विश्व को । जल की एक बूंद बनती वंश लोचन सीप मे मोती गजमुक्ता चमकाती आनन । जल की एक बूंद करती है प्राणदान बनती चरणामृत विष्णु पदनख की सुरसरिता पालती विश्व को। जल की एक बूंद ऋषियों का अस्त्र थी नयनो की भाषा बच्चों की […]

Read More