- अब समय है कुछ नया करने का, केवल एक सामाजिक सुरक्षा योजना पर निर्भरता नाकाफी: मोहंती
पुणे। पेंशन निधि विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) के अध्यक्ष दीपक मोहंती ने कहा कि एक मजबूत सेवानिवृत्ति कोष के निर्माण के लिए केवल एक सामाजिक सुरक्षा योजना पर निर्भर रहना नाकाफी है। मोहंती ने कॉर्पोरेट के साथ सेवानिवृत्ति योजना पर आयोजित गोलमेज सम्मेलन में वृद्ध समाज और बढ़ती जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy) से जुड़े जरूरी मुद्दों पर पर भी रोशनी डाली। हंती ने कहा कि एक मजबूत सेवानिवृत्ति कोष के निर्माण के लिए केवल एक सामाजिक सुरक्षा योजना पर निर्भर रहना नाकाफी है।
उन्होंने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) द्वारा दी जाने वाली दक्षता, पारदर्शिता और रिटर्न के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उनका कहना था कि कॉरपोरेट्स से NPS को अपनाने पर विचार करने के लिए आग्रह किया जा रहा है, ताकि कर्मचारियों को NPS में शामिल होने के लिए एक मंच प्रदान किया जा सके। साथ ही कॉरपोरेट्स में NPS की लागू होने की दर बढ़ाने के लिए उन्हें शिक्षित और प्रेरित किया जा सके।
NPS एक जनवरी 2004 या उसके बाद कार्यबल में शामिल होने वाले केंद्र सरकार के सभी कर्मचारियों (सशस्त्र बलों को छोड़कर) के लिए शुरू की गई थी। कई राज्य/केंद्रशासित प्रदेश की सरकारों ने भी अपने नए कर्मचारियों के लिए NPS को अपनाया। NPS 1 मई 2009 से स्वैच्छिक आधार पर सभी नागरिकों के लिए खोल दी गई। इसमें कॉर्पोरेट क्षेत्र के लोग भी शामिल किए गए हैं। असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए अटल पेंशन योजना (एपीवाई) 1 जून 2015 को शुरू की गई थी। 27 अप्रैल, 2024 तक, NPS और एपीवाई के कुल सब्सक्राइबर 7.38 करोड़ से अधिक हो गए थे। प्रबंधित कुल संपत्ति (AUM) 11.80 लाख करोड़ तक पहुंच गई है। अब कॉरपोरेट सहित समूचे निजी क्षेत्र में NPS के सदस्यों की संख्या 55 लाख से अधिक है। (वार्ता)