प्रवासी भारतीय सम्मान_2023 पुरस्कार, 27 लोगों का हुआ चयन

शाश्वत तिवारी


प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रवासी भारतीयों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। इस बार इस सम्मान के लिए 27 लोगों का चयन किया गया है, जिन्हे सम्मान पुरस्कार प्रवासी भारतीय दिवस समारोह के समापन सत्र में पीबीडी सम्मेलन में भारत के  राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किए जाएंगे। गौरतलब है, कि पुरस्कार विजेता हमारे डायस्पोरा द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में हासिल की गई उत्कृष्टता का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीँ इस बार प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन का 17वां संस्करण 08-10 जनवरी 2023 को इंदौर, मध्य प्रदेश में आयोजित होने वाला है जिसको लेकर विशेष तैयारियां चल रही हैं।

विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय प्रवासियों द्वारा हासिल की गई उत्कृष्टता का प्रतिनिधित्व करने वाले पुरस्कार विजेताओं में विज्ञान और प्रौद्योगिकी और शिक्षा के क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया के जगदीश चेन्नुपति, शिक्षा में भूटान के संजीव मेहता, कला और संस्कृति और शिक्षा में ब्राजील के दिलीप लुंडो, अलेक्जेंडर मालियाकेल शामिल हैं। चिकित्सा में ब्रुनेई के जॉन, सामुदायिक कल्याण में कनाडा के वैकुंठम अय्यर लक्ष्मणन, कला और संस्कृति में क्रोएशिया के जोगिंदर सिंह निज्जर, आईटी में डेनमार्क के रामजी प्रसाद और सामुदायिक कल्याण में इथोपिया के कन्नन अंबालम शामिल हैं। विदेश मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि समिति ने प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कारों के लिए नामांकन पर विचार किया और सर्वसम्मति से पुरस्कार विजेताओं का चयन किया है।

International

भारत ने फिजी को सौंपी 1 करोड़ रुपये की चिकित्सा आपूर्ति

सुवा। भारत ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के अपने प्रमुख साझेदारों में से एक फिजी के स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग किया है। फिजी की राजधानी सुवा में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय उच्चायुक्त पी. एस. कार्तिगेयन ने फिजी के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रातू एटोनियो लालबालावु को कई महत्वपूर्ण दवाओं वाली एक चिकित्सा खेप सौंपी। […]

Read More
International

लोकतांत्रिक नेपाल में उर्दू को मिला बेहतर मुकामः मशहूद नेपाली

मोहम्मद काठमांडू। नेपाल में 18वां लोकतंत्र दिवस धूम धाम से मनाया गया। 18 वर्ष पूर्व आज ही के दिन देश में लंबे संघर्षों के बाद गणराज्य का सूर्योदय हुआ था। राजशाही खत्म होने के बाद लोकतांत्रिक नेपाल में यूं तो ढेर सारे बदलाव हुए जिसमें शिक्षा के क्षेत्र में आया बदलाव सबसे खास है। नेपाल […]

Read More
International

आज विश्व पृथ्वी दिवसः जब तक पठार में पेड़, तब तक बस्तर में पानी

 सूख चुके हैं बहार के नाम से चर्चित बस्तर के हज़ारों नाले  साल वनों के द्वीप बस्तर में रह गया 796 वर्ग किमी साल जंगल  जगदलपुर वन वृत्त में बस गई हैं ढाई सौ से अधिक नई बस्तियां हेमंत कश्यप / जगदलपुर। पहाड़ के ऊपर विशाल मैदान को पठार कहा जाता है और बस्तर दंडकारण्य […]

Read More