नया लुक ब्यूरो
देहरादून। राज्य स्थापना की रजत जयंती पर एफआरआई में आयोजित विशेष कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड की विकास यात्रा से जुड़े युवाओं, उद्यमियों और महिलाओं से संवाद किया। प्रधानमंत्री मोदी ने वेंडिंग डेस्टिनेशन पर जोर दिया। कहा कि लोग वेडिंग के लिए गोवा या विदेशों का रुख करते हैं। कहा कि उत्तराखंड में वेडिंग डेस्टिनेशन की अपार संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड की विकास यात्रा को साकार करने वाले स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं, युवा नवाचारक, पर्यटन और एडवेंचर स्पोर्ट्स से जुड़े उद्यमियों से विभिन्न विषयों पर बातचीत की।
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उन्होंने प्रदेश सरकार की ओर से मिलने वाली मदद और उनके अनुभवों को बारीकी से बताया गया। बताया कि किस प्रकार राज्य सरकार की योजनाओं, बेहतर संपर्क एवं बुनियादी ढांचे और नवाचार को प्रोत्साहन ने उनके जीवन और आजीविका को परिवर्तित किया। प्रधानमंत्री ने इन सभी को उत्तराखंड की नई पहचान आत्मनिर्भर, सशक्त और सतत राज्य के प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि इन उद्यमियों, युवाओं और ग्रामीण महिलाओं की सफलता की कहानियां विकसित भारत 2047 के सपने को साकार करने में प्रेरक सिद्ध होंगी। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य की प्रगति लोगों की भागीदारी, सामुदायिक नेतृत्व और नवाचार की भावना से प्रेरित है। यह संवाद “विकसित उत्तराखंड” की दिशा में जनसहभागिता आधारित विकास मॉडल की झलक प्रस्तुत करता है।
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मुंबई में नौकरी छोड़कर चकराता में होम स्टे बनाया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने होम स्टे संचालक नीलम चौहान से बातचीत कर उनकी सराहना की। चकराता निवासी नीलम चौहान ने बताया कि उन्होंने 16 साल तक मुंबई में कारपोरेट सेक्टरमें नौकरी की। कोविड के दौरान उन्होंने नौकरी छोड़कर वापस उत्तराखंड का रुख किया। यहां उन्होंने उत्तराखंड पर्यटन विभाग के मार्गदर्शन, वित्तीय सहयोग से हारूल होम स्टे का निर्माण किया। 8 कमरे होम स्टे में हैं और 8 कर्मचारियों को नौकरी प्रदान की। बताया कि 2024 में करीब 3 हजार गेस्ट उनके होमस्टे में रहने पहुंचे थे। बताया कि उनका बचपन लखनऊ और देहरादून में बीता है। बकौल नीलम, लगभग 16 साल मुंबई के निजी क्षेत्र में काम करने के बाद मुझे एहसास हुआ कि मैं अपने लिए कुछ अपना बनाना चाहती हूँ। कुछ ऐसा जो प्रकृति और अपनी जड़ों के करीब हो। बताया कि वह होम स्टे में स्थानीय भोजन और घर के बने स्वाद भी गर्व से अपने मेहमानों को परोसते हैं, जो जौनसारी खान-पान की पहचान हैं। यह होम स्टे दूसरों को भी अपनी जड़ों की ओर लौटने के लिए प्रेरित करता है।
