मॉस्को के बिना यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा व्यर्थ : ब्रिक्स साझेदार

मॉस्को। विश्व की उभरती आर्थिक शक्ति के समूह देशों ब्राजील,रूस,भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ( ब्रिक्स) के भीतर रूसी साझेदार मॉस्को के बिना यूक्रेन संघर्ष के समाधान पर चर्चा को व्यर्थ समझते हैं। ब्रिक्स में रूस के सूस-शेरपा पावेल कनीज़ेव ने शुक्रवार को मीडिया से यह बात कही। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर ज़ेलेंस्की के कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक ने रविवार को कहा कि ब्राजील, कनाडा, डेनमार्क, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली, यूक्रेन, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा एवं राजनीतिक सलाहक ने कीव संघर्ष के समाधान पर चर्चा करने के लिए डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में एक बैठक में भाग लिया। यरमक ने कहा कि सभी इस प्रारूप में परामर्श जारी रखने पर सहमत हुए।

उन्होंने कहा कि यूक्रेन अपने देश में शांति योजना पर चर्चा के लिए एक तथाकथित वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन की मेजबानी करना चाहता है। कनीज़ेव ने कोपेनहेगन में बैठक पर टिप्पणी करते हुए कहा,”इस पहल के बारे में -जैसा कि आप जानते हैं, यह उन अल्टीमेटम को बढ़ावा देने का एक प्रयास है जो ज़ेलेंस्की प्रस्तावित कर रहे हैं और वह लाइन जिसे पश्चिम में उनके संरक्षक बढ़ावा दे रहे हैं। यूक्रेन की स्थिति या यूक्रेन और रूस के बीच की समझौते की ऐसी चर्चाओं की निरर्थकता को हमारे ब्रिक्स साझेदारों सहित हर कोई समझता है।(वार्ता)

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