पक्षी की आड़ में सपा को राजनीति की चिंता : भूपेंद्र सिंह

लखनऊ।  भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पशु-पक्षियों से प्रेम प्रदेश की जनता से छिपा नहीं है। गाय और सारस का अंतर सपा प्रमुख को समझना होगा। चिड़ियाघर में सारस को कैद नहीं किया गया, बल्कि संरक्षित किया गया है। सपा प्रमुख सारस की आड़ में आरिफ के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी के जनप्रतिनिधियों द्वारा जनता पर किए जुल्म किसी से छिपे नहीं हैं। योगीराज में आम और खास का फर्क मिटा दिया गया तो सपा प्रमुख को परेशानी हो रही है। योगी आदित्यनाथ सभी 75 जनपदों में जाकर विकास करते हैं तो सपा प्रमुख को नहीं दिखता, लेकिन बतौर सीएम खुद नोएडा नहीं जाते थे तो भेदभाव कौन करता है। यह जनता को पता है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सपा प्रमुख ने कांग्रेस को पहले भी साइकिल पर बिठाया था, जिसे जनता ने पंक्चर कर दिया। कांग्रेस-सपा, सपा-बसपा मिलकर भी भाजपा के खिलाफ चुनाव में साथ खड़े हुए पर जनता ने उन्हें नकार दिया। जनता उन्हें पहले भी हरा चुकी है, आगे भी हराएगी ही। यह लोग गठबंधन भी सिर्फ लाभ देखकर ही करते हैं।

जबकि भाजपा सरकार में किया गया विकास ही 25 करोड़ यूपी वालों का विश्वास है। भाजपा ने सबका साथ, सबका विकास किया। सपा प्रमुख के मन में विकास नहीं, सत्ता की लोलुपता है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जाकी रही भावना जैसी सपा प्रमुख को छह साल में खुशहाल यूपी नहीं दिखता। उन्हें पक्षी नहीं, पक्षी की आड़ में राजनीति की चिंता है। समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल की बदहाली पर चर्चा नहीं करते। अपने कार्यकाल में पैदा हुए माफिया की बात नहीं करते। उन्हें अपने राज में हुए उपद्रव से चिढ़ नहीं है, लेकिन भाजपा राज में दीपोत्सव, रंगोत्सव व देव दीवाली के प्रति आस्था और जुड़ता जनमानस उनसे देखते नहीं बन रहा है। नित्य महोत्सव, सुमंगल की भूमि बन चुकी उत्तर प्रदेश की संस्कृति भी अच्छी नहीं लग रही है।

उन्हें काशी विश्वनाथ, दिव्य कुंभ और देश के महापुरुषों का सम्मान नहीं दिखता। जनता-जनार्दन ने जिन्हें खारिज कर दिया, उन्हें यहां की उत्सवधर्मिता भी समझ में नहीं आ रही। हमने संकल्पों को सिद्धि में बदला है और आगे भी बदलते रहेंगे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि सपा प्रमुख के लिए एक क्षेत्र विशेष ही सब कुछ है, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए पूरा प्रदेश ही परिवार है। सपा प्रमुख बिल्डिंग की बात करते हैं पर योगी सरकार के रोग नियंत्रित करने की सफलता नहीं पच रही है। इंसेफेलाइटिस के कहर से आए दिन पूर्वी उत्तर प्रदेश के बच्चे काल के गाल में समा रहे थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तब कहां थे, उन्हें मां के आंसू नहीं दिखते थे। इंसेफेलाइटिस से मरने वाले बच्चे इनकी प्राथमिकता में नहीं थे। इंसेफेलाइटिस पर होने वाली मौतों पर योगी सरकार के कुशल मार्गदर्शन में 96 प्रतिशत तक नियंत्रण आया है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार ने 2017 से अब तक दो लाख दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का गन्ना भुगतान किया। जबकि 5 वर्ष (2012-17) में महज 95 हजार 215 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। उन्होंने जो विरासत हमें दी है, उसमें यह सुधार उन्हें नहीं दिख रहा। यह सुधार योगी सरकार में बढ़ता ही जाएगा। हमने VIP  जिले का कल्चर समाप्त कर समान बिजली दी, समान रूप से युवाओं को रोजगार-नौकरी दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथके नेतृत्व में राज्य की भाजपा सरकार ने हर हाथ को काम और काम को पूरा दाम दिया। यह निरंतरता बनी है और 35 लाख करोड़ का निवेश प्रस्ताव जमीनी धरातल पर उतरते ही यहां के युवाओं को उड़ान मिलेगी जो उन्हें पच नहीं रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में भाजपा सरकार ने अभूतपूर्व कार्य किए हैं। इस बार के बजट में हमने मीरजापुर, देवीपाटन और मुरादाबाद में नए विश्वविद्यालय की सौगात दी है। कुशीनगर में हम महात्मा बुद्ध कृषि व प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भी शुरू करने जा रहे हैं।

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