#Valmiki Ramayana
प्रभु राम ने किया था दंडकारण्य को भयमुक्त
प्रमाण: वाल्मिकी रामायण, रामचरित मानस, बंगला कृतिवासी रामायण और कालीदास की रघुवंश में दंडकारण्य का वर्णन हेमंत कश्यप जगदलपुर। बस्तर कभी महाकांतार, भ्रमरकोट के नाम से चर्चित रहा। यह भू भाग त्रेता युग में दंडकारण्य कहलाता था और यहीं प्रभु राम ने खर- दूषण, ताड़का, सुबाहु, मारीच और विराध जैसे राक्षसों को मार विश्वामित्र जैसे […]
Read Moreसंस्कृति और संस्कृत का संदेश
डॉ दिलीप अग्निहोत्री कुछ चित्र अपने में बड़ा भाव और संदेश देने वाले होते है। चित्रकूट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जगतगुरु राम भद्राचार्य की भेंट के चित्र ऐसे हैं। कुछ दिन पहले नरेंद्र मोदी को श्रीराम मन्दिर अयोध्या के लोकार्पण का आमन्त्रण दिया गया था। इसके बाद चित्रकूट में मोदी और राम भद्राचार्य की […]
Read Moreहिन्दू पौराणिक ग्रंथों में मिलते हैं ये 11 प्रमुख श्राप
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता हिन्दू पौराणिक ग्रंथों में अनेकों अनेक वरदाना और श्रापों का वर्णन मिलता है। जहां तक श्राप का संबंध है जो हर एक के पीछे कोई कहानी और कारण मिलता है। वरदानों ने जितना घटनाक्रम को संचालित किया उससे कहीं ज्यादा श्रापों ने भविष्य में होने वाली घटनाओं को संचालित किया। नारद […]
Read Moreकैसे प्राप्त हुई हनुमानजी को अपार शक्तियां, जिससे बने वो परम शक्तिशाली…
लखनऊ। वाल्मीकि रामायण के अनुसार, बाल्यकाल में जब हनुमान सूर्यदेव को फल समझकर खाने को दौड़े तो घबराकर देवराज इंद्र ने हनुमानजी पर वज्र का वार किया। वज्र के प्रहार से हनुमान निश्तेज हो गए। यह देखकर वायुदेव बहुत क्रोधित हुए और उन्होंने समस्त संसार में वायु का प्रवाह रोक दिया। संसार में हाहाकार मच […]
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