materialistic craving
Analysis
रिश्तों की इस नई पहेली की गंभीरता समझिए
अनिल भास्कर लखनऊ। मानव सभ्यता में सदियों से स्त्री और पुरुष की पूर्णता का सामाजिक संस्कार माने जाने वाले वैवाहिक बंधन का महात्म्य भौतिकवाद के नए क्षितिज पर पहुंचकर किस तरह दरकने लगा है, इसे हाल के दो मामलों के संदर्भ में समझना जरूरी प्रतीत होता है। पिछले दिनों खबर आई कि टीवी जगत की […]
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