#equal

Litreture

आदित्य पिता ईश्वर का ही रूप है,

पिता की उम्मीद उसकी संतानें हैं, वही पिता की हिम्मत, विश्वास हैं, पिता दिखते सख्त अंदर से नर्म हैं हृदयंगम रखते वे कई एक मर्म हैं। संतान का संघर्ष पिता का हौसला, झंझावाती आंधियों में छत्रछाया है, समस्या से लड़ने की अद्भुत काया हैं, एक महारथी जैसी तीर कमान हैं। बचपन की खुशी का खिलौना […]

Read More