अक्षय तृतीया पर बन रहे हैं सात अद्भुत योग

जयपुर से राजेंद्र गुप्ता


अक्षय तृतीया 22 अप्रैल 2023 को है। हर साल अक्षय तृतीया का पर्व वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी खरीदना काफी शुभ माना जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी और विष्णु भगवान की पूजा-अर्चना करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। अक्षय तृतीया को आखा तीज और अक्षय तीज के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म में मांगलिक कार्य, सोना-चांदी खरीदना या फिर नए काम की शुरुआत के लिए अक्षय तृतीया तिथि सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। इस साल अक्षय तृतीया पर महासंयोग बन रहा है जो इस दिन के महत्व को कई गुना बढ़ा रहा है।

अक्षय तृतीया पर शुभ योग 

 अक्षय तृतीया के दिन अबूझ मुहूर्त रहता है यानी कि इस दिन बिना मुहूर्त देखे मांगलिक कार्य कर सकते हैं। पंचांग के अनुसार इस बार अक्षय तृतीया पर सात शुभ योग का महासंयोग बन रहा है। अक्षय तृतीया पर इन अति दुर्लभ योग के संयोग में पूजा और सोना-चांदी आदि की खरीदारी करने से मां लक्ष्मी की सालभर कृपा बरसेगी।

आयुष्मान योग – 21 अप्रैल 2023, सुबह 11:00 – 22 अप्रैल 2023, सुबह 09:26

 सौभाग्य योग – 22 अप्रैल 2023, सुबह 09:26 – 23 अप्रैल 2023, सुबह 08:22,

 त्रिपुष्कर योग – सुबह 05:49 – सुबह 07:49 (22 अप्रैल 2023)

 सर्वार्थ सिद्धि योग – 22 अप्रैल 2023, सुबह 11.24 – 23 अप्रैल 2023, सुबह 05.48,

 रवि योग – 22 अप्रैल 2023, सुबह 11.24 – 23 अप्रैल 2023, सुबह 05.48,

 अमृत सिद्धि योग –  22 अप्रैल 2023, सुबह 11.24 – 23 अप्रैल 2023, सुबह 05.48,

अक्षय तृतीया पर चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में होगा। ऐसे में इस दिन चांदी खरीदना बहुत शुभ फलदायी होगा। चांदी का हाथी, आभूषण खरीदने से घर में बरकत बनी रहेगी।

 

अक्षय तृतीया का मुहूर्त 

वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि शुरू – 22 अप्रैल 2023, सुबह 07.49।

वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि समाप्त –  23 अप्रैल 2023, सुबह 07.47।

पूजा मुहूर्त – सुबह 07.49 –  दोपहर 12.20 (22 अप्रैल 2023)

 सोना खरीदने का मुहूर्त – 22 अप्रैल 2023, सुबह 07.49 – 23 अप्रैल 2023, सुबह 07.47।

अक्षय तृतीया का महत्व 

अक्षय तृतीय के दिन ही सतयुग और त्रेतायुग की शुरुआत हुई थी। वृंदावन के श्री बांकेबिहारीजी मंदिर में अक्षय तृतीया पर ही श्रीविग्रह के चरण-दर्शन होते हैं, पूरे साल ये वस्त्रों से ढंके रहते हैं। इसी दिन भगवान बद्रीनाथ के पट खुलते हैं और चार धाम यात्रा का आरंभ होता है। इस तिथि पर ही भगवान विष्णु ने परशुराम अवतार लिया था। मान्यता है कि अक्षय तृतीया पर कलश पूजन और जल से भरा कलश दान करने अक्षय फल प्राप्त होता है जिसका शुभ असर जीवनभर रहता है। सोना, चांदी, वाहन, भूमि खरिदना, निवेश करना, गृह प्रवेश, पदभार ग्रहण, नया व्यापार शुरू करने से सफलता मिलती है और खरीदी गई चीजों में वृद्धि होती है, मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।


ज्योतिषी और हस्तरेखाविद/ सम्पर्क करने के लिए मो. 9611312076 पर कॉल करें,

Religion

जीवन में आ रही हो समस्या तो उसे दूर करने के लिए अपनाएं ये छोटा सा उपाय

कार्य में असफलता दूर करना हो या फिर हटाना हो नजर दोष तो अपनाएं ये कार्य काले तिल के इस तरह उपयोग से धन की समस्या हो जाएगी दूर और हट जाएगा दुख ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र ‘शास्त्री जी’ लखनऊ। कार्यों में आ रही परेशानियों और दुर्भाग्य को दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्र की […]

Read More
Religion

बस्तर का एकमात्र दक्षिणमुखी शिवलिंग दंतेवाड़ा की मावली गुड़ी में

करीब एक हजार साल पुराना है यह शिवलिंग बस्तर में छिंदक नागवंशी राजाओं का वर्चस्व रहा है और यह शिव उपासक थे, इसलिए पूरे बस्तर में शिव परिवार की प्रतिमाएं सर्वाधिक हैं किंतु दक्षिणमुखी शिवलिंग सिर्फ एक है। यह शिवलिंग दंतेवाड़ा में मावली माता मंदिर परिसर में है। यह करीब एक हज़ार साल पुराना तथा […]

Read More
Religion

चलने-फिरने में अक्षम युवती दर्शन को पहुंची

अयोध्या। 8मई। चलने-फिरने में पूरी तरह असमर्थ युवती ने सुविधापूर्वक श्री राम लला का दर्शन किया। साथ ही दिव्यांगजनों के लिए मंदिर परिसर में की गई व्यवस्था की सराहना की। 26 वर्षीय भावना चलना-फिरना तो दूर उठकर खड़ी भी नहीं हो सकती। अलबत्ता, समझने, बोलने में कोई दिक्कत नहीं है। वे अपने मां बाप के […]

Read More