काशी में नव गौरी उपासना

काशी के एक विद्वान के मुख से सुना। काशी की मान्यता के अनुसार चैत्र नवरात्र में महागौरी के नौ स्वरुप की आराधना ,जबकि शारदीय नवरात्र में नौ दुर्गा की आराधना की जाती है। बताते हैं कि गौरी पार्वती जब शिव जी से विवाह के बाद कैलाश गई तो बोली यह तो मेरा मायका ही है, फिर मेरी ससुराल कहां है। शिव जी ने त्रिशूल पर काशी बसाई और काशी लेजाकर कहा यह तुम्हारी ससुराल है। काशी के नौ क्षेत्रो में महागौरी के नौ स्वरुप स्थापित हुए।

निर्मालिका गौरी : काशी में गायघाट स्थित हनुमान मंदिर मे स्थित है।

ज्येष्ठागौरी:  काशी मे कर्णघंटा के सप्तसागर क्षेत्र में स्थित है‌।

सौभाग्य गौरी:  काशी के ज्ञानवापी पर सत्यनारायण मंदिर के भीतर स्थित है।

श्रृंगार गौरी:  ज्ञानवापी परिसर में स्थित है‌।

विशालाक्षी गौरी : काशी के मीर घाट क्षेत्र मे धर्मकूप इलाके में स्थित है‌

ललिता गौरी :  काशी के ललिता घाट पर यह मंदिर स्थित है।

भवानी गौरी:  विश्वनाथ गली में श्रीराम मंदिर में ही स्थित है।

महालक्ष्मी गौरी:  काशी के पंच गंगा घाट पर स्थित है‌। महागौरी के रूप में माता अन्नपूर्णा के रूप में विख्यात है।

महालक्ष्मी गौरी:  काशी के लक्सा क्षेत्र मे स्थित लक्ष्मीकुंड पर स्थित है।

Religion

JYOTISH: ये 12 नायाब रत्‍न दूर कर सकते हैं 12 प्रकार की बीमारियां

राजेन्द्र गुप्ता, ज्योतिषी और हस्तरेखाविद रत्‍नों को प्रकृति का हमें दिया गया अनमोल और बेजोड़ उपहार माना जाता है। ज्‍योतिष विद्या में रत्‍नों का विशेष महत्‍व बताया गया है। विभिन्‍न प्रकार के रत्‍नों को धारण करके जहां ग्रह दशा और दरिद्रता दूर की जा सकती है। वहीं इन्‍हीं रत्‍नों के माध्‍यम से स्‍वास्‍थ्‍य की समस्‍याओं […]

Read More
Religion

साहस, पराक्रम और नकारात्मक शक्तियों से बचने के लिए घर के इस दिशा में लगाएं शमी

शमी का पौधा आप ऐसे लगाएंगे और रखेंगे ध्यान तो जीवन में आएगी सुख, शांति और समृद्धि क्या शमी के पौधे को दक्षिण दिशा में रखा जा सकता है? ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र वास्तु के अनुसार घर में किसी भी पौधे को सही दिशा में लगाने की सलाह दी जाती है। खासतौर पर जब हम […]

Read More
Religion

वरुथिनी एकादशी आजः भगवान विष्णु को लगाएं ये भोग, जीवन में होगा खुशियों का आगमन

जयपुर से राजेंद्र गुप्ता एकादशी तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है। हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर कामदा एकादशी व्रत किया जाता है। इस बार यह तिथि 19 अप्रैल को है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-व्रत करने का विधान है। मान्यता है […]

Read More