
- डुमरियागंज के तीनों प्रत्याशी बाहरी, पाल बस्ती, तिवारी और मिर्जा गोरखपुर निवासी
- पूरे जिले में किसी भी दल को नहीं मिला एक भी सुयोग्य नाम, बाहरी ही बनेगा सांसद
मोहम्मद
सिद्धार्थनगर। भारतीय जनता पार्टी (BJP) हो या कांग्रेस (INC)। समाजवादी पार्टी (SP) हो या बहुजन समाज पार्टी (BSP)। सभी दलों ने बाहर के लोगों को टिकट देने की परम्परा बना रखी है। गोरखपुर के बीजेपी प्रत्याशी रवि किशन शुक्ल जौनपुर के हैं तो डुमरियागंज के सांसद बस्ती जिले के मूल निवासी हैं। सपा से डुमरियागंज में सांसद उम्मीदवार भीष्मशंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी गोरखपुर जिले के मूल निवासी हैं। इसी तर्ज पर बसपा ने जैसे ही गोरखपुर निवासी ख्वाजा शमसुद्दीन को बदलकर मोहम्मद नदीम मिर्जा को उम्मीदवार बनाया, वहां के स्थानीय कार्यकर्ता भड़क गए और जमकर बवाल काटा। स्थानीय रामहरख कहते हैं कि यह अफसोस की बात है डुमरियागंज के तीनों प्रत्याशी बाहरी हैं और इस बार भी बाहरी व्यक्ति ही संसद में सिद्धार्थनगर की अगुवाई करेगा।
खबरों के मुताबिक बार-बार प्रत्याशी बदलने और गुप-चुप तरीके से नामांकन करने जा रहे बसपा प्रत्याशी समर्थक और असंतुष्ट गुट के लोगों से जमकर हाथापायी हुई। नाराज बसपा कार्यकर्ताओं ने बसपा जिला अध्यक्ष दिनेशचंद्र गौतम और जिला उपाध्यक्ष शमीम अहमद को जूतों की माला पहनाई। जिला न्यायालय के सामने बसपा प्रत्याशी की गाड़ी रोक कर असंतुष्ट स्थानीय बसपा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। बसपा आलाकमान द्वारा दो दिन पहले पूर्व के घोषित प्रत्याशी ख्वाजा शमसुद्दीन को बदलकर मोहम्मद नदीम मिर्जा को उम्मीदवार बनाया है ।
प्रत्याशी बनाए जाने के बाद शनिवार को नदीम मिर्जा ने बसपा जिला अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और कुछ पदाधिकारी के साथ गुपचुप तरीके से नामांकन किया है। गोपनीयता इस हद तक थी कि इनके नामांकन की भनक मीडिया सहित बसपा के किसी भी कार्यकर्ता को भनक नहीं लगी। बाद में पता चलने पर नजिले के सभी बसपा कार्यकर्ता भड़क उठे। कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पर धन लेकर मोहम्मद नदीम मिर्जा के टिकट की पैरवी का आरोप लगाया। सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज सीट से अब तक घोषित किए गए दोनों प्रत्याशी मोहम्मद नदीम मिर्जा और ख्वाजा शमसुद्दीन गोरखपुर के जिले के रहने वाले हैं। बसपा कार्यकर्ता स्थानीय प्रत्याशी की मांग लगातार कर रहे थे।
पूरे पूर्वांचल में कुछ ऐसा ही प्रयोग
बात पूर्वांचल के प्रत्याशियों की करें तो वाराणसी से चुनाव लड़ने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद गुजरात से ताल्लुक रखते हैं। वहीं सपा के आजमगढ़ उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव इटावा जिले के निवासी हैं। बीजेपी के उम्मीदवार दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ स्वयं गाजीपुर के रहने वाले हैं। इसी तरह महराजगंज के बीजेपी उम्मीदवार पंकज चौधरी गोरखपुर जिले के निवासी हैं। वहीं गोऱखपुर के ही इं. प्रवीण निषाद संतकबीरनगर लोकसभा से दोबारा प्रत्याशी हैं तो गोरखपुर के विजय दुबे कुशीनगर से सांसद हैं और इस बार दोबारा मैदान में दहाड़ रहे हैं। केवल बस्ती के दोनों ही उम्मीदवार स्थानीय हैं और स्थानीय मुद्दों पर चुनाव मैदान में जमे हुए हैं।