गोताखोरों की मदद से सहरे आलम की तलाश जारी

डूबने के 24 घंटे बाद भी नहीं मिला सहरे आलम


 विशाल मिश्रा


रानीगंज/प्रतापगढ़ । नहाने गये युवक के डूबने के बीस घंटे बाद भी सई नदी से शव बरामद नहीं हो सका, जिसे ढूंढने में स्थानीय गोताखोर परेशान रहे। नदी के किनारे परिजनों सहित ग्रामीणों का रो रो कर बुरा हाल रहा। दिलीपपुर थाना क्षेत्र के चौखड़ा निवासी मरहूम कुद्दूस का बेटा शहरे आलम (18) शनिवार की शाम करीब चार बजे अपने दोस्त साहिल के साथ खीरीबीर घाट पर नहाने गया था। वह नहा रहा था तभी गहरे पानी में चला गया तथा डूबने लगा।

जिसे देखकर साथ गये साहिल ने मंदिर पर आकर उसके डूबने की खबर दी, जिस पर मंदिर के पुजारी तथा व्यवस्थापक के साथ दिलीपपुर पुलिस के जवान व स्थानीय ग्रामीण उसे बचाने का प्रयास करते रहे किंतु नहीं बचा पाये। देर रात तक सई नदी से शव की तलाश होती रही। रविवार की सुबह 11:00 बजे तक प्रयागराज से गोताखोरों की टीम नहीं आई थी जिससे स्थानीय गोताखोरों ने नदी में उतर कर उसकी तलाश करते रहे किन्तु सफलता नहीं मिली। मौके पर दिलीपपुर पुलिस के अलावा स्थानीय ग्रामीणों की जुटी रही। सई नदी में डूबे शहरे आलम के पिता की लंबी बीमारी के दौरान मुंबई में मौत हो गई थी।

जिसका शव लेकर वह पांच दिन पूर्व गांव आया था तथा यहां परिवार के लोग पिता की मौत के गम में डूबे ही थे कि बेटे की डूबने की खबर पाकर उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। शहरे आलम चार भाइयों तथा पांच बहनों में तीसरे नंबर पर था। वह पढ़ाई छोड़कर घर पर ही रहने लगा था किंतु पिता के बीमार होने पर उनकी देखभाल के लिए मुंबई चला गया था। बेटे का न मिलने पर मां शफीकुल्निशां सहित परिवार के अन्य लोगों का रो रो कर बुरा हाल हो गया। रविवार की तीन बजे तक खीरीबीर पुल से बारघाट दिलीप पुर तक गोताखोर लगातार सहरे आलम की खोज में जुटे हुए थे।

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