एक्सपोर्ट के लिए उठाई चीनी मार्केट में बेंचकर लगाया करोड़ों का चूना!

चीनी मिलों को भुगतान के लिए संघ को दिए गए चेक हुए बाउंस

FIR दर्ज पर संघ के चेक लेने वाले दोषी अफसरों पर नही हुई कोई कार्रवाई


आरके यादव


लखनऊ। चीनी मिलों से एक्सपोर्ट के लिए उठाई गई चीनी को स्थानीय मार्केट में बेंच दिया गया। यह बात सुनने में भले ही अटपटी लगे किंतु सच है। यही नहीं एक्सपोर्ट के नाम पर उठाई गई चीनी के भुगतान के लिए नियमों को ताक पर रखकर जो पोस्ट डेटेड चेक दिए वह भी बाउंस हो गए। फर्म के इस कारनामें से चीनी मिलों को करोड़ों का चुना लगा दिया। इस मामले में अपर मुख्य सचिव गन्ना विकास एवं चीनी ने प्राथमिकी तो दर्ज कराने का निर्देश दिया किंतु चीनी मिल संघ के चेक लेने के दोषी अफसरों के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

मामला वर्ष 2020-2021 का है। इस वित्तिय वर्ष में चीनी एक्सपोर्ट के लिए टेंडर प्रक्रिया हुई। इस प्रक्रिया में मेर्सस वेंकटेश्वर ग्लोबल प्राइवेट को ठेका दिया गया। विभागीय जानकारों के मुताबिक चीनी एक्सपोर्ट का ठेका लेने वाली फर्म ने चीनी मिल गजरौला, सिमीखेड़ा, तिलहर, नानपारा और सम्पूर्णानगर से चीनी का उठान किया। सूत्रों का कहना है कि फर्म ने चीनी को एक्सपोर्ट करने के बजाए मिलों से उठाई गई चीनी को स्थानीय मार्केट में बेंच दिया। बताया गया है कि उठाई गई चीनी का भुगतान नियमानुसार RTGS  या फिर बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से किए जाने की व्यवस्था है। फर्म ने चीनी भुगतान के लिए संघ को पोस्ट डेटेड चेक दिया। भुगतान के लिए संघ के लिए दिये गये चेक बाउंस हो गया।’

पेराई सत्र में चीनी मिलों का होगा चक्का जाम!

सूत्रों का कहना है कि चीनी एक्सपोर्ट के इस मामले की जानकारी होने पर अपर मुख्य सचिव गन्ना विकास एवं चीनी ने फर्म के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया। किं तु चीनी मिल सरकारी संघ के दोषी अफसरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। चीनी एक्सपोर्ट में हुए गोलमाल के समय तैनात निवर्तमान एमडी विमल दुबे, प्रधान प्रबंधक हर्षवर्धन कौशिक, अतुल खन्ना समेत कई जिम्मेदार अफसरों में कई रिटायर हो गए तो कई अन्यत्र स्थानांतरित कर दिए गए।। इस सम्बंध में जब संघ के प्रबंध निदेशक रमाकांत पांडेय ने बताया कि इस मामले में शासन व पुलिस स्तर पर कार्रवाई हो रही है। उन्होंने बताया कि शासन ने इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंपी गई है।

एक्सपोर्ट में हुए गोलमाल की EOW की जांच जारी

एक्सपोर्ट के इस मामले की जांच EOW  को सौंपी गई। करीब दो साल पहले सौंपी गई EOW  की जांच अभी जारी है। इस जांच में कार्रवाई करना तो दूर की बात अभी तक किसी से पूछताछ तक नहीं की गई। जांच के बाद दोषी फर्म और संघ के अधिकारियों पर कब तक कार्रवाई होगी। इसको लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। यह मामला संघ के अधिकारियों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसको लेकर तमाम तरह की अटकले लगाई जा रही हैं।

Central UP Raj Dharm UP

मंत्री हलकान, प्रशासन परेशान, दो माह में आधा दर्जन बंदियों ने की जेल में आत्महत्या

जेलों में बंदियों की आत्महत्याओं पर एक्शन में जेलमंत्री! प्रमुख सचिव और डीजी जेल को घटनाएं रोकने के दिए निर्देश दो माह में आधा दर्जन बंदियों ने की जेल में आत्महत्या राकेश यादव लखनऊ। प्रदेश की जेलों में बंदियों के आत्महत्याओं की घटना को जेलमंत्री ने गंभीरता से लिया है। जेलमंत्री ने विभाग के आला […]

Read More
Raj Dharm UP

बैंकॉक से DEPORT स्क्रैप माफिया खेलने लगा खेल, अब इस कदम से मचा हड़कंप

खबर मिलते ही जेल प्रशासन में मचा हड़कंप, हाई सुरक्षा बैरक में रखा गया काना  रवि काना और काजल को पुलिस रिमांड पर लेकर करेगी पूछताछ रवि – सुंदर भाटी गिरोह के बीच चल दुश्मनी की बात आई सामने, जांच पड़ताल में जुटी पुलिस  ए अहमद सौदागर लखनऊ । सूबे की जेलों में हाई सुरक्षा […]

Read More
Raj Dharm UP

योगी की हनक से पस्त हुआ एक और माफिया का गढ़, इस बार स्क्रैप माफिया को चटाया धूल

लक्ष्मी सिंह ने जाते ही उसके अवैध साम्राज्य को बनाया निशाना नोएडा के स्क्रैप माफिया रवि काना की साइड स्टोरी, जानें कैसे बना वो स्क्रैप किंग नोएडा से नया लुक के प्रमुख संवाददाता विनय सिंह की रिपोर्ट वो सत्ता के साथ झंडा बदलने में माहिर है। शातिर इतना कि पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी NCR […]

Read More