- भाजपा के लिए आज गर्व का दिन
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
लखनऊ/महराजगंज। दिल्ली से लखनऊ की ओर बढ़ते कदम, दोपहर 12:30 तक राजधानी पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन-यह सिर्फ एक प्रक्रिया नहीं, कार्यकर्ताओं की उम्मीदों का उत्सव है। महराजगंज से उठी यह आवाज अब लखनऊ की फिजाओं में गूंज रही है। जिलाध्यक्ष हों, विधायक हों या समर्पित कार्यकर्ता-हर दिल में एक ही धड़कन, हर चेहरे पर एक ही विश्वास। लखनऊ में डेरा डाले कार्यकर्ताओं की आंखों में गर्व है, उत्साह है और भविष्य को लेकर अटूट आस्था है। यह नामांकन सिर्फ कागजों पर हस्ताक्षर नहीं,यह संगठन की भावना, कार्यकर्ताओं के समर्पण और विश्वास की मुहर है। आज लखनऊ में सिर्फ नेता ही नहीं पहुंचा, महराजगंज की मेहनत, पूर्वांचल की उम्मीदें और प्रदेश भर के कार्यकर्ताओं का सपना भी पहुंचा।
केन्द्र सरकार की विकास परक योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने वाले महराजगंज संसदीय क्षेत्र के सात बार के सांसद व केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी का अध्यक्ष बनना सर्व समाज के लिए गर्व का विषय है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा उन्हें ऐसे समय पर यूपी बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया है जब साल 2027 में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। उन्हें एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी गई है जो काफी चुनौतीपूर्ण है। 2027 के विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाने का जो सपना है उस पर पंकज चौधरी को खरा उतरना होगा। बीते 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा ने 37 सीट जीत कर भाजपा को पीछे धकेल दिया था। भाजपा 34 सीट पर ही सिमट गई थी। इतना ही नहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सपा को भारी बहुमत से हराया था लेकिन वहीं 2022 के चुनाव में भाजपा की सरकार तो बनी पर सीटें कम हो गईं।
अब 2027 के विधानसभा चुनाव में पंकज चौधरी की अध्यक्षता में क्या एक बार फिर 2017 वाली कहानी दोहराई जाएगी यह एक बड़ा यक्ष प्रश्न है? वैसे 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में विपक्षी दलों का सूपड़ा साफ कर एनडीए गठबंधन ने जो मुकाम हासिल किया है क्या वही परिणाम 2027 में यूपी में भी मिलेगा। चुनाव विश्लेषकों का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व ने पंकज चौधरी को यूपी बीजेपी का अध्यक्ष बनाकर विरोधी दलों के माथे पर पसीना ला दिया है। निश्चित तोर पर पंकज चौधरी प्रदेश में ही नहीं देश के सर्व मान्य नेता हैं जो जाति, धर्म, संप्रदाय से उपर उठकर लोगों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का काम करते हैं।
