- पांच हजार से अधिक छात्रों को बेची अफीम
नया लुक ब्यूरो
बुलंदशहर/उत्तर प्रदेश। बुलंदशहर जिले के अरनिया पुलिस ने मंगलवार कि रात पहावटी जाने वाले रास्ते से झारखंड से अफीम की डिलीवरी देने आए दो तस्करों शादाब और नन्हें लाल को पकड़ा है। आरोपियों की कार से 3.039 किलोग्राम अफीम और 1.25 लाख की नकदी मिली है। पुलिस ने अफीम की कीमत तीन करोड़ रुपये बताई है। दोनों कई राज्यों के स्कूल-कॉलेज के पांच हजार से अधिक छात्रों को अफीम बेच चुके हैं।
SP देहात बजरंगबली चौरसिया ने बताया कि अरनिया थाना पुलिस को पुख्ता सूचना मिली थी कि पहावटी को जाने वाले रास्ते से होकर कार सवार अफीम तस्कर गुजरने वाले हैं। पूछताछ में पकड़े गए आरोपी नन्हें लाल ने बताया कि वह बदायूं के सल्लननगर का रहने वाला है। उसका साथी शादाब पिता मो अफजल झारखंड के लातेहार जिले के बालूमाथ (गालिब कालोनी) का रहने वाला है। शादाब भोपाल के एक कॉलेज से बीफार्मा कर रहा है। बीफार्मा करने के दौरान ही शादाब तस्करों के संपर्क में आया। उसके बाद से ही झारखंड से अफीम की तस्करी कर स्कूल-कालेजों में पढ़ने वाले युवाओं के साथ अफीम के सप्लायरों तक डिलीवरी पहुंचाने का काम करता है। नन्हें भी उसकी मदद करता है। नन्हें के खिलाफ पंजाब में मादक पदार्थों की तस्करी में मुकदमा दर्ज है। दोनों झारखंड से अफीम लेकर अमरोहा जा रहे थे।
एसपी देहात बीबी चौरसिया ने बताया कि दोनों बताए गए स्थानों पर अफीम की डिलीवरी करने के लिए जाते थे। इसके बदले उन्हें कमीशन मिलता था। नन्हें और शादाब ने बताया कि जिन तस्करों से उन्हें अफीम मिलती थी, उन्होंने कभी अपना नाम नहीं बताया। जब वह बताए गए जिले में पहुंचते थे तो तब फोन पर निर्देशित किया जाता था कि किस स्थान पर पहुंचकर किसे डिलीवरी देनी है।
पांच हजार से अधिक छात्रों को बेची अफीम
नन्हें और शादाब ने बताया कि वह स्कूल, कालेज के पांच हजार से अधिक छात्रों को अफीम बेच चुके हैं। जिन लोगों को वह अफीम देते थे, वही लोग छात्रों के संपर्क में रहते हैं। डिमांड पर उन्हें अफीम दी जाती है।