डॉ दिलीप अग्निहोत्री
उत्तर प्रदेश के विकास पर नीति आयोग की रिपोर्ट चर्चा में है। इसके आधार पर योगी आदित्यनाथ के सुशासन का आकलन किया जा सकता है। नीति आयोग की रिपोर्ट में कहा गया कि यूपी विकसित प्रदेश बनने की दिशा में अग्रसर है। छह वर्ष में साढ़े पांच करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ चुके हैं। लोग समर्थ सक्षम बन रहे हैं। नीति आयोग द्वारा निर्धारित मानक में शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण था। योगी आदित्यनाथ ने ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से बेसिक शिक्षा का आधुनिक रूप में विकास किया है। नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद शिक्षा के सभी स्तरों पर व्यापक सुधार हुआ है। विगत छह वर्षां में प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद तथा माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में एक लाख 64 हजार शिक्षकों की भर्ती की गयी है।
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या लगभग एक करोड़ 34 लाख से बढ़कर एक करोड़ 91 लाख से अधिक हुई राज्य में 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के क्रमिक उन्नयन तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों को प्री-प्राइमरी के रूप में विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। इस क्रम में मुख्यमंत्री ने लोक भवन में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को ड्रेस, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा एवं स्टेशनरी क्रय हेतु धनराशि का डीबीटी के माध्यम से अन्तरण प्रक्रिया का शुभारम्भ किया। 1,200 रु0 प्रति छात्र-छात्रा की दर से 2,300 करोड़ रु0 धनराशि भेजी गयी। 125 कस्तूरबा गांधी बालिका इण्टर कॉलेजों का लोकार्पण तथा 20 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में अतिरिक्त कक्षा-कक्ष व ऑडिटोरियम का लोकार्पण किया। एससीई आरटी द्वारा विकसित ‘कलांकुर’, ‘कलासृजन-2’, ‘इण्टर्नशिप मैनुअल’ तथा ‘संस्कृत भाषा किट’ का विमोचन किया। 1,772 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में ‘लर्निंग बाय डूइंग’कार्यक्रम का शुभारम्भ किया प्राइमरी शिक्षा हेतु 52,836 को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केन्द्रों को आईआईटी, गांधीनगर द्वारा विकसित वण्डर बॉक्स के वितरण का शुभारम्भ किया।