बंथरा में युवती हत्याकांड: एक बार फिर बदमाशों ने पुलिस को दी चुनौती
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हर साल देश व प्रदेश में महिला दिवस मनाया जाता है और सुरक्षा के प्रति बड़े-बड़े दावे भी किए जाते हैं। पिछले कुछ सालों पहले और हाल में राजधानी लखनऊ में महिला सुरक्षा की जो तस्वीर उभरती है, वह काफी खौफनाक है।
मोहनलालगंज महिला हत्याकांड, गणेशगंज निवासी लॉ की छात्रा हत्याकांड, हजरतगंज में जानकीपुरम निवासी छात्रा हत्याकांड व बंथरा थानाक्षेत्र में युवती की निर्मम हत्या की घटनाओं ने शहरी और ग्रामीण इलाकों को झकझोर कर रख दिया। वैसे तो देश की राजधानी दिल्ली में हुए निर्भया हत्याकांड के बाद महिलाओं की सुरक्षा को लेकर यूपी ने कई तरह की कई योजनाएं तैयार की, नतीजा सिफर। बीते वर्षों की बात तो दूर हो चली है सोमवार को बंथरा क्षेत्र में जिस तरह से बेखौफ बदमाशों ने 24 वर्षीय मोनी कश्यप की दिनदहाड़े जान ली यह लखनऊ पुलिस के लिए बड़ा सवाल है कि हत्यारे बेलगाम होकर युवती को मौत की नींद सुला दिया और पुलिस महिलाओं की सुरक्षा किए जाने का डंका पीटती रह गई।
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हर साल देश व प्रदेश में हर तरफ महिला सशक्तिकरण महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकार को लेकर जगह-जगह शोर होता है। हर कोई महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकार का हिमायती बनता है, लेकिन बड़ा सवाल यह भी है कि आखिर महिलाओं के साथ होने वाला यह अपराध थमेगा कैसेॽ महिलाएं व लड़कियां कब बेखौफ होकर सड़क चल सकेंगीॽ पुलिस ने यूं तो दस्तावेजों पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई प्लान तैयार किए है।
,,, थम नहीं रहे महिला अपराध,,,
यूपी में महिलाओं की सुरक्षा के लिए ही वीमेन पॉवर लाइन 1090 शुरू की। इसके तहत महिलाओं की सुरक्षा के लिए जहां टोल फ्री नम्बर जारी किया गया, वहीं सिक्योरिटी के लिए ऐप भी लांच किया। इसके बावजूद महिलाओं के साथ हो रहे अपराध थम नहीं रहे हैं। कहीं महिलाएं अपनों के विश्वास में छली जा रही हैं तो कहीं शोहदों ने उनका जीना मुहाल कर रखा है। राजधानी में बीते वर्षों, दिनों और हाल में हुई घटनाओं पर गौर करें तो सोमवार को बंथरा इलाके में बदमाशों ने एक युवती का कत्ल कर दिया और लाश को जंगल में फेंक दिया।