लोकतंत्र की मजबूती निष्पक्ष पत्रकारिता पर आधारित : डॉ दिनेश शर्मा

  • सकारात्मक स्पष्ट सत्य व लोकहित के समाचारों का प्रकाशन समय की जरूरत
  • समान नागरिक संहिता पर चर्चा को सकारात्मक रूप में करें प्रकाशित व प्रसारित
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नौ साल का कार्यकाल आजाद भारत का स्वर्णिम काल

लखनऊ। पूर्व  उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती निष्पक्ष पत्रकारिता पर आधारित है। सकारात्मक स्पष्ट सत्य व लोकहित के समाचारों का प्रकाशन समय की जरूरत है।  पत्रकार को लोकतंत्र का प्रहरी बताते हुए उन्होंने कहा कि एक अच्छा पत्रकार खबरों में संतुलन को स्थापित करता है। वह अच्छे समाचारों को प्रकाशित करने के साथ ही गलत कार्य करने वालों को अपनी लेखनी के जरिए  संदेश भी देता है। भारतीय पत्रकार एसोसिएशन द्वारा “लोकतंत्र में पत्रकारों की भूमिका “पर आयोजित सेमिनार व सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए डा शर्मा ने कहा कि  भारत जैसे बडे लोकतंत्र में सकारात्मक सूचनाओं को जन जन तक पहुचाने में पत्रकार की अहम भूमिका होती है। भारत में आज स्वस्थ पत्रकारिता का दौर है।  क्या सकारात्मक है और क्या नकारात्मक है इसे तय करना पत्रकार संगठनों की जिम्मेदारी है। कुछ लोग इस पेशे का दुरुपयोग भी कर रहे हैं। आज पत्रकारिता के मायने बदल गए हैं पर आज भी दृढ निश्चय वाले लोगों की कमी नहीं है। व्यवसायिकता के चलते पत्रकारिता  में  आए बदलाव समाज पर कभी कभी नकारात्मक असर भी डालते हैं।

इस प्रकार के  प्रभाव को रोकने की जिम्मेदारी पत्रकारों की होती है। उन्होंने कहा कि आज सूचना का प्रवाह काफी तेज हो गया है। सूचना के प्रवाह में आई तेजी हानिकारक भी हो सकती है। मणिपुर में हुई घटना इसका उदाहरण है जहा सोशल मीडिया में गलत सूचना के प्रवाह से स्थिति खराब हुई। गलत सूचना का प्रवाह समाज में उत्तेजना का कारण भी बनता है। इसे रोकना भी पत्रकारों की ही जिम्मेदारी है। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि  जम्मू काश्मीर में धारा 370 को हटाने के बाद परिस्थितियों में आए बदलाव के पीछे सकारात्मक पत्रकारिता रही है।  असम में सीएए को लागू करने के बाद भी स्थितियां सामान्य रही इसमें भी पत्रकारिता की भूमिका रही है। अब समान नागरिका संहिता पर चर्चा आरंभ हुई है इसे सकारात्मक रूप में प्रकाशित व प्रसारित किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नौ साल का कार्यकाल आजाद भारत का स्वर्णिम काल है। प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता अब दुनियाभर में चरम पर पहुच गई है।

भारत के पीएम को तीन घंटे इंतजार कराने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति आज पीएम मोदी का एक घंटे इंतजार करते नजर आते हैं। यह बदले हुए भारत की दुनिया में बढती धमक की कहानी है। अमेरिका जैसे ताकतवर देश की संसद में प्रधानमंत्री का अभूतपूर्व स्वागत हुआ। 2014 के बाद देश आज शिखर पर पहुच गया है। कोरोना जैसे समय में जब दुनिया कराह रही थी तब  भारत ने वैक्सीन बनाकर दुनिया को संकट से उबारने का काम किया। देश में नागरिको को कोरोना का टीका फ्री में लगा। पाकिस्तान में जहां आज आटे के लिए कत्ल तक हो रहा है वहीं देश में पिछले ढाई साल से राशन फ्री में दिया जा रहा है। रक्षा सामग्री का उत्पादन भी तेजी से बढा है। विकास के मामले में भारत दुनिया के तमाम देशों को पीछे छोड चुका है। ऐसे समय में लोकतंत्र को मजबूत करने में पत्रकारों की भूमिका और अहम हो जाती है। इस अवसर पर अखिल भारतीय पत्रकार एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय मिश्रा, राष्ट्रीय महासचिव अरविंद चित्तौड़िया, उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष दाउद अहमद, वरिष्ठ अधिवक्ता जीएन शुक्ला एवं लखनऊ अध्यक्ष संतोष सिंह उपस्थित रहे।

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