
दशरथ पुत्र जन्म सुनि काना । मानेउ ब्रह्मानंद समाना।।

श्रीरामनवमी संवत् 2080 में चैत्र शुक्ल नवमी, वृहस्पतिवार 30/03/2023कौ मध्यान्ह काल मे ठीक 12बजे है। वर्षों से यह पर्व मनाता आया हू़। बालकांड का राम जन्म प्रसंग का पाठ होगा। ठीक 12बजे शंख बजेगा। “भए प्रकट कृपाला दीन दयाला..गाते हुए आरती होगी। शंख बजेगा,घंटे घड़ियाल बजेंगे। जयकारा होगा और भोग लगाया जाएगा। फिर बैठ कर पाठ पूरा किया जाएगा। इसके बाद दुर्गा जी की आरती और स्तुति पाठ होगा। भोग लगेगा… लोग बैठ कर श्रीराम रक्षा स्तोत्र पाठ करेंगे और जप कर सादर नमन करेंगे। प्रसाद वितरण के पूर्व राम जन्मोत्सव के अवसर पर लोग सोहर और बधैया गीत गाएगे।
हवन का समय
नवमी कि तिथि दिन भर होने से दुर्गा पूजा और सप्तशती पाठ के बाद कभी भी हवन किया जासकता है। कन्या पूजन करे उन्हें भोजन करायें और दक्षिणा देकर स़तुष्ट करें। हवन और कन्या पूजन के पश्चात प्रसाद ग्रहण करें। नौ दिन का व्रत करने वाले बहुधा दशमी को पारण करते है़। वैसे शास्त्र के अनुसार “यज्ञांते उत्सवांते च व्रती कुर्यात् पारणम्।।” हवनादि और कन्याओं को भोजन के पश्चात् भी उसी दिन आप भोजन कर सकते है़।