डॉ उमाशंकर मिश्रा
हर दिन कुछ खास लेकर आता है। इस दिन क्या पर्व है और क्या तिथि है, इस बारे में जान लेने से हमें कई फायदे होते हैं। एक दिन के अंदर एक बार राहुकाल आता है, जो हमें कहता है कि इस समय आपको थोड़ी सावधानी बरतनी है। साथ ही पंचाग हमें ये भी बताता है कि आज किस दिशा की ओर दिशाशूल है। यदि हमें मजबूरन यात्रा भी करनी है, तो वह उसका निदान भी बताता है। इसलिए नया लुक आपको नित्य पंचाग देता है, देखिए और लाभ लीजिए।
दिनांक – 28 मार्च 2023
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत – 2080 (गुजरात – 2079)
शक संवत – 1945
ऋतु – वसंत ॠतु
मास – चैत्र
पक्ष – शुक्ल
तिथि – सप्तमी शाम 07:02 तक तत्पश्चात अष्टमी
नक्षत्र – मृगशिरा शाम 05:32 तक तत्पश्चात आर्द्रा
योग – सौभाग्य सुबह 11:36 तक तत्पश्चात शोभन
राहुकाल – शाम 03:48 से शाम 05:20 तक
सूर्योदय- 06:37
सूर्यास्त – 18:50
दिशाशूल – उत्तर दिशा में…
व्रत पर्व विवरण –
विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)