
ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन यानी बीबीसी दिल्ली और मुंबई दफ्तरों पर आज आयकर विभाग सर्वे कर रही है। बता दें कि यह आयकर विभाग की कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब पिछले दिनों केंद्र सरकार ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर बैन लगा दिया था। आईटी अधिकारी BBC के दिल्ली और मुंबई स्थित दफ्तर पर तलाशी ले रहे हैं। दिल्ली के केजी मार्ग एरिया में एचटी टावर की पांचवीं और छठी मंजिल पर बीबीसी का ऑफिस है। यहां आयकर विभाग की टीम ने रेड की है। इधर, मुंबई के सांताक्रूज इलाके में बीबीसी स्टूडियोज पर भी इनकम टैक्स विभाग की टीम पहुंची है। आईटी अधिकारी कर चोरी की जांच के सिलसिले में तलाशी ले रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि कंपनी के बिजनेस ऑपरेशन्स से जुड़े कागजातों की जांच की जा रही है। आयकर टीम ने बीबीसी से आर्थिक लेन-देन से जुड़ी जानकारी मांगी है। इसके अलावा टीम कुछ लैपटॉप, मोबाइल और डेस्कटॉप का बैकअप ले रही है। बीबीसी दफ्तर पर आयकर विभाग की तलाशी अभियान के बाद कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। कांग्रेस पार्टी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर पर इस कार्रवाई को अघोषित आपातकाल बताया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि यहां हम अदाणी के मामले में जेपीसी की मांग कर रहे हैं और वहां सरकार बीबीसी के पीछे पड़ी हुई है।
विनाशकाले विपरीत बुद्धि। कांग्रेस के हमलों के बाद भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने पलटवार किया है। राठौर ने कहा कि ऐसा लगता है अंग्रेजों ने 1947 में भारत छोड़ने के बाद बीबीसी के विघटनकारी एजेंडे को देश में आगे बढ़ाने का काम कांग्रेस को सौंप दिया था। खैर, आपातकाल और प्रेस की आजादी की बात करने वालों को आईना जरूर देखना चाहिए। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि किस तरह पत्रकारिता की आड़ में एक एजेंडा आगे बढ़ाया जाता है, वह मैं आपके सामने रखता हूं। बीबीसी द्वारा एक प्रोग्राम- ‘द अनलीश्ड’ में प्रोग्राम के प्रेजेंटर ने कश्मीर में आतंकी कमांडर को करिश्माई युवा उग्रवादी बता दिया था। यह किस तरह की रिपोर्टिंग है! आप भारत में कार्य करना चाहते हैं और भारत की अखंडता को चोट पहुंचाने का प्रयास करते हैं। इसी तरह से पूरी दुनिया में भारत अपनी संस्कृति-विविधता के लिए जाना जाता है।
यहां क्या त्योहार हैं, सबके क्या भाव हैं, वह बिना जाने बीबीसी ने कहा कि होली एक गंदा त्योहार है। इसके कई उदाहरण हैं कि बीबीसी की रिपोर्टिंग कितनी सतही और जहरीली है। कांग्रेस ने जहां इसकी तुलना अघोषित आपातकाल से की है। तो वहीं, भाजपा ने कांग्रेस को आईना देखने की नसीहत दी है। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि बीबीसी पर आईटी की छापामारी अघोषित आपातकाल है। वहीं दूसरी ओर बीबीसी के दफ्तरों में इनकम टैक्स के सर्वे को लेकर एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने चिंता जाहिर की है। एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने बयान जारी कर कहा कि दिल्ली और मुंबई में बीबीसी के कार्यालयों में आयकर विभाग की टीम के द्वारा सर्वे चलाया जा रहा है।
ये तब हुआ है जब हाल ही में ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन ने 2002 के गुजरात दंगों और वर्तमान में भारत में अल्पसंख्यकों के हालात पर दो डॉक्यूमेंट्रीज रिलीज की हैं। बता दें कि ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (बीबीसी) वर्ल्ड सर्विस टेलीविजन ब्रिटिश सरकार की संस्था है। यह 40 भाषाओं में खबरें प्रसारित करता है। ब्रिटेन की संसद ग्रांट के जरिए इसकी फंडिंग करती है। इसका मैनेजमेंट फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ ऑफिस के जरिए होता है। यह डिजिटल, कल्चर, मीडिया और स्पोर्ट्स विभाग के तहत काम करती है। बीबीसी को एक रॉयल चार्टर के तहत साल 1927 में शुरू किया गया था।