नेपाल पहुंचते ही खिलौना हो जाएगा, आप का मोबाइल
पर्यटन व्यवसाय को होगा भारी नुकसान
उमेश तिवारी
नेपाल में विदेशियों के लिए कठोर नियम लागू होने जा रहे हैं, खासतौर पर मोबाइल फोन को लेकर। अगर आप नये साल पर नेपाल जाने का प्लान बना रहे हैं तो आपको दो बार सोचने की जरूरत है क्योंकि यहां पहुंचने के कुछ दिन बाद ही आपका फोन खिलौना बन सकता है। फोन को दोबारा चालू करने के लिए कठिन प्रक्रिया से गुजरना होगा। दरअसल, नेपाल दूरसंचार प्राधिकरण अपने मोबाइल डिवाइस प्रबंधन प्रणाली (MDMS) को देशभर में लागू करने पर विचार किया जा रहा है।
पूर्व माओवादी नेता पुष्प कमल दहाल प्रचंड की अध्यक्षता में नेपाल की नई सरकार का गठन हो चुका है। 35 दिन की उठा-पटक के बाद प्रचंड नेपाल के नए प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने पांच अन्य दलों के साथ कुल 165 सांसदों के साथ गठबंधन में सरकार बनाई। सरकार के गठन के साथ ही नई सरकार ने विदेशियों के लिए नये नियम लागू किये हैं। नये नियम के तहत नेपाल के दूरसंचार प्राधिकरण ने एमडीएमएस को लागू कर लिया है। अगर आप नेपाल पहुंचते हैं तो आपका फोन काम नहीं करेगा।
स्वागत और आलोचना दोनों,
नेपाल में सरकार के इस कदम पर सोशल मीडिया में सराहना की जा रही है। हालांकि कुछ लोग इसकी आलोचना भी कर रहे हैं। कह रहे हैं कि नेपाल सरकार केवल कुछ व्यवसायियों को लाभ पहुंचाने के लिए अपने नागरिकों पर अत्याचार कर रही है। लोगों का मानना है कि इससे नेपाल में पर्यटन को नुकसान पहुंचेगा और लोग नेपाल आने से कतराएंगे।
प्रचंड के आदेश पर अभी रुका है फैसला,
एनटीए के अधिकारियों ने कहा कि घोषणा अभी भी बाकी है, लेकिन इसे अभी प्रधानमंत्री के अनुरोध पर स्थगित कर दिया गया है। यदि MDMS लागू किया जाता है, तो नेपालियों या विदेशियों द्वारा देश में लाया जा रहा कोई भी नया मोबाइल फोन 15 दिनों के बाद काम नहीं करेगा, जब तक कि व्यक्ति हवाई अड्डे पर इसे पंजीकृत करने की प्रक्रिया से न गुजरे।
क्या है नियम लागू करने की दलील,
एनटीए ने कहा कि उसने उपकरणों की तस्करी और बिक्री को रोकने और सुरक्षा कारणों से भी उपाय करने का फैसला किया है। इसने एमडीएमएस को आंशिक रूप से लागू किया है और 1 जनवरी से सभी नए आयातित फोनों के लिए इसे अनिवार्य बनाने की योजना बना रहा है।