दोस्त से कहा: कटने के एक घंटे बाद तुम्हें रेलवे स्टेशन पर मिलुंगा,
रंजन कुमार सिंह
तंत्र-मंत्र से अलौकिक ताकत हासिल कर फिर दोबारा जिंदा होने के चक्कर में एक युवक ने अपनी ही हत्या करा डाली। युवक को विश्वास था कि देवी मां उसे फिर से जिंदा कर देगी और उसे ज्यादा शक्तिशाली बना देगी। यह घटना उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, बीते 10 दिसंबर को करछना थाना इलाके के गधीगांव इलाके में हाइवे के किनारे 37 साल के शख्स की सिर कटी लाश मिली थी। पुलिस ने मुखबिरों का जाल बिछाया तो हत्या की इस अनसुलझी कहानी का पर्दाफाश हुआ। कत्ल की ऐसी दास्तान सुनकर लोग हैरान हैं।
हरिद्वार में हुई थी आशीष और नीतीश की मुलाकात
पुलिस के मुताबिक, आशीष दीक्षित (मृतक) करीब 6 महीने पहले हरिद्वार में गंगा स्नान के दौरान नीतीश सैनी से मिला था। नीतीश एक साधारण परिवार से था और वह अपने अच्छे भविष्य और परिवार के लिए परेशान रहता था। इसी दौरान आशीष ने पूजा-पाठ और देवी शक्तियों के माध्यम से भविष्य अच्छा कर देने का आश्वासन नीतीश को दिया। उसकी बातों से नीतीश काफी प्रभावित हुआ। आशीष के पूजा-पाठ और तंत्र-मंत्र को देखकर उसे विश्वास हुआ कि अब भविष्य सुधर जाएगा।
नौकरी तक छोड़ दी
आशीष ने अपनी प्राइवेट नौकरी भी छोड़ दी और फिर आशीष और नीतीश हरिद्वार में ही एक किराए का कमरा लेकर एक साथ रहने लगे थे। उसे पूरा विश्वास हो गया था कि देवी शक्तियों के फलस्वरूप एक दिन उसकी परिस्थितियां अच्छी हो जाएंगी।
8 दिसंबर को प्रयागराज आए
आशीष ही नीतीश के पूरे खर्चे भी उठाता था और हमेशा साथ ही रहता था। कई बार आशीष के परिवारवाले नाराज हुए और इसका विरोध भी किया। नीतीश और आशीष एक साथ हरिद्वार से 8 दिसंबर को प्रयागराज आ गए और मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने पहुंच गए।
‘दोबारा जीवित हो जाऊंगा‘
दर्शन करने के बाद आशीष ने नीतीश से कहा, मुझे सिद्धि प्राप्त करनी है, और तुम मुझे मार दोगे तो मुझे सिद्धियां प्राप्त हो जाएंगी और मैं दोबारा जीवित हो जाऊंगा। जीवित होने के बाद दैवीय शक्ति प्राप्त करके तुम्हारा जीवन ही बदल दूंगा। आशीष अपने साथी नीतीश को यूट्यूब पर महाभारत में बर्बरीक और ऋषियों की कहानियां दिखाता था, जिसमें एक व्यक्ति गर्दन कटने के बाद भी दैवी शक्ति द्वारा पुनः जीवित हो जाता था।
रक्त से कर लेना अभिषेक आशीष ने नीतीश से कहा, पूजा-पाठ करने के बाद जब मैं लेट जाऊंगा, तब तुम मुझे हिला डुलाकर देखना। यदि मेरे शरीर में कोई हलचल नहीं होगी तो चापड़ (धारदार हथियार) से मेरी गर्दन काटकर मार देना और जो रक्त निकलेगा उसे अपने माथे पर लगाकर अभिषेक करना। मंत्रोचार कर चापड़ और अन्य पूजा की सामग्री को गंगा के किनारे गाड़ देना। इसके बाद तुम प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर पहुंचना। मैं एक घंटे में वहां आ जाऊंगा और अगर मैं वहां नहीं पहुंचा तो तुम वहां से चले जाना। मैं मां कामाख्या देवी के पास जीवित होकर दर्शन प्राप्त कर तुमसे हरिद्वार में दोबारा मिलूंगा। आशीष ने वैसा ही किया जैसा कि नीतीश ने कहा था। आशीष बाकायदा उसकी गर्दन काटकर हरिद्वार चला गया।
पहले शराब पी और फिर खाई कोई दवा
पकड़े गए आरोपी नीतीश ने पुलिस को बताया कि उस दौरान आशीष ने पहले शराब पी और कोई दवा खाई। उसके बाद वह अपनी जैकेट और टी-शर्ट खोल कर लेट गया। थोड़ी देर बाद उसके शरीर में कोई हलचल नहीं हुई।
।।।और फिर काट दी गर्दन
आशीष के शरीर को हिला-डुलाकर देखा, शरीर में कोई हरकत न देखकर आशीष ने चापड़ से उसकी गर्दन काट कर शरीर से अलग कर दी। हत्या करने के बाद चापड़ और पूजा की सामग्री को उसने गंगा में प्रवाहित कर दिया और एक घंटे इंतजार करने के बाद आशीष बताई गई जगह पर नहीं पहुंचा तो नीतीश हरिद्वार वापस चला गया। पुलिस ने मुखबिरों और सर्विलांस के ज़रिए इस मामले की पड़ताल शुरू की। पुलिस की टीम ने हरिद्वार से आरोपी नीतीश सैनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।