- हिमांचल में कड़ी टक्कर के बीच दोबारा भाजपा जीत सकती है रण
- बाग़ियों ने बिगाड़ा पार्टी का ज़ायक़ा, सम्पर्क करने में जुटे आला पदाधिकारी
नीरव चौहान
अहमदाबाद। शाम के पाँच बजे ज्योंही गुजरात विधानसभा के दूसरे चरण का मतदान समाप्त हुआ त्योंही सोशल मीडिया और खबरिया चैनल EXIT POLL के माध्यम से अपना-अपना परिणाम दिखाने लगे थे। हालाँकि Exit Poll कभी Exact Poll नहीं होता है। बावजूद इसके तमाम छोटे-बड़े चैनलों ने यह पानी की तरह साफ़ कर दिया है कि गुजरात में भाजपा की हुकूमत एक बार फिर वापस आ रही है। अगर ऐसा होता है तो यह साबित कर देगा कि यह चुनाव फिर वन मैन शो साबित हुआ है। वह ‘वन मैन’ हैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। अब तक की रुझानों की बात करें तो बीजेपी 156 सीटों पर आगे चल रही हैं।
हालाँकि सभी प्रमुख चैनलों ने 110 से लेकर 140 सीटों तक बीजेपी का नम्बर बताया था। BJP को तक़रीबन 47 से लेकर 50 प्रतिशत के बीच वोट मिल रहा है। लेकिन समाचार लिखे जाने तक भारतीय जनता पार्टी के 151 सीटों पर आगे चल रही हैं। बताते चलें कि भाजपा 1995 से लगातार गुजरात की सत्ता पर क़ाबिज़ है। बेशक 2017 के चुनाव में भाजपा को झटका लगा था, लेकिन तब भी भारतीय जनता पार्टी सत्ता के शिखर पर क़ाबिज़ हो गई थी। उस समय गुजरात में पाटीदार आंदोलन चरम पर था और उस आंदोलन ने BJP की नींव को हल्का झटका भी दिया था। लेकिन उस आंदोलन के दो बड़े नेता (हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर) वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के ‘कमल’ सिम्बल पर चुनाव मैदान में डटे हुए हैं।
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इसके अलावा हिमाचंल के रण में बीजेपी और कांग्रेस के बीच काँटे की लड़ाई दिख रही है। कभी कांग्रेस तो कभी BJP आगे चल रही है। आठ बजे से लेकर 10 बजे तक कुल दो घटों में पाँच बार मुक़ाबला टाई रहा। जानकारों क कहना है कि हिमांचल में कांग्रेस को जनता जिता रही है। ग़ौरतलब है कि हिमांचल में विधानसभा की कुल 68 सीटें हैं, जिसे 34 से ज़्यादा सीटें मिलेंगी, वहीं सरकार बना सकेगा। वहीं गुजरात विधानसभा में 182 का हाउस है, जिसे 92 सीटें नसीब होंगी, वह सत्ता के रथ पर सवार हो जाएगा। सभी लोगों को आठ तारीख़ के सुबह आठ बजे से खबरिया चैनलों और सोशल मीडिया पर नज़र जमाए हुए हैं।
बाग़ी बिगाड़ सकते हैं ज़ायक़ा
बतौर निर्दल उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे लोगों ने आँकड़े को ख़राब कर रखा है। जानकारी के अनुसार ये वही लोग आगे चल रहे हैं जो बीजेपी से टिकट न मिलने के कारण मैदान में उतरे हुए हैं।