लखनऊ। राष्ट्रपति के पूर्व ओएसडी डॉ. कन्हैया त्रिपाठी की मदर-इन-लॉ ऊषा शुक्ला का देहांत एक दिसम्बर को हो गया है। वह 60 वर्ष की थीं और लंबे समय से बीमार थीं। उनका निधन गुजरात के सूरत में हुआ। डॉ. त्रिपाठी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अपने शोक संदेश में कहा है कि विगत दो वर्षों में हमने अपने कई निकटम परिवार के सदस्यों को खो दिया जिनमें अब मेरी मदर-इन-लॉ ऊषा शुक्ला का भी नाम जुड़ गया है। वह बहुत सरल, सहज और विनम्र महिला थीं। उनके जाने से निश्चित ही मैं और मेरी धर्मपत्नी मीना त्रिपाठी को गहरा आघात लगा है।
हम लोग बस अब यही ईश्वर से कामना करते हैं कि भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।ल ज्ञातव्य हो कि डॉ. त्रिपाठी विगत वर्ष अपनी माँ, उसके बाद जीजाजी और दिसम्बर 2021 में ही अपने पिताश्री के निधन से बहुत सारे दुखों को झेला और अब उनकी पत्नी की माँ ऊषा शुक्ला का भी देहांत होने से एक बार पुनः दुखी हुए हैं। इस तरह कई एक के बाद एक संकट से कोई भी टूट सकता है और कुछ ऐसा ही डॉ. त्रिपाठी को इन दिनों झेलना पड़ा है। उन्होंने कहा कि इस दुःख के क्षणों में वह अपनी मदर-इन-लॉ के परिजनों के साथ हैं। ईश्वर से उन्होंने प्रार्थना की है कि ऐसे क्षणों को सहन करने की ईश्वर शक्ति प्रदान करें।