लखनऊ। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल विश्वविद्यालयों को नैक तैयारियों के संबंध में निरन्तर प्रेरित करती हैं। वह विश्वविद्यालयों के प्रस्तुतीकरण का अवलोकन कर कमियों को दूर करने का निर्देश देती है। इस क्रम में उन्होंने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों के नैक में उच्च ग्रेडिंग प्राप्त करने की दिशा में सहयोग हेतु ‘‘उपक्रम‘‘ क्रियाशील है। सभी विश्वविद्यालय इस दिशा में प्रयास के लिए अग्रसर हैं। कुछ नैक की ग्रेडिंग प्राप्त कर चुके हैं। विश्वविद्यालय अपने स्तर को और बेहतर करके नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क NIRF‘, नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडेशन NBA, क्यूएसवर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग और क्यूएसएशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग के लिए आवेदन कर उनके मानकों पर अपना प्रस्तुतिकरण दें।
आनंदीबेन पटेल से आज यहाँ राजभवन से ऑनलाइन विश्वविद्यालयों के कुलपतियों तथा ‘‘उपक्रम‘‘ पदाधिकारियों से जुड़कर प्रदेश के विश्वविद्यालयों की नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क NIRF में उच्च रैंकिंग के लिए तैयारियों हेतु समीक्षा की। राज्यपाल ने बैठक में चण्डीगढ़ से ऑनलाइन जुड़े तथा बैठक में उपस्थित ‘‘उपक्रम‘‘ के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि NIRF की तैयारियों के लिए सभी पाँचों क्राइटेरिया पर विश्वविद्यालयों को बिन्दुवार विवरण उपलब्ध कराया जाए, जिससे विश्वविद्यालय अपने विवरण और डेटा को बेहतर संयोजन के साथ मूल्यांकन हेतु अपलोड कर सके। केवल उतने ही बजट की मांग शासन में प्रेषित की जाए, जितने में आवश्यकता की पूर्ति सम्भव है। उन्होंने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय को बेहतर सुविधा-संसाधनों से युक्त करने के लिए स्थानीय उद्योगपतियों से सहयोग की अपेक्षा भी जा सकती है।
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों में बेहतर शैक्षिक स्तर और संसाधन उपलब्ध हैं। लेकिन उचित प्रस्तुतिकरण के अभाव में रैंकिंग में पिछड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क में ग्रेडिंग के लिए टीम बनाकर, लक्ष्य निर्धारित करके कार्य करें। समय का सदुपयोग करें तो बेहतर परिणाम सामने आएंगे। बैठक में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी, प्रमुख सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी,विशेष कार्यधिकारी शिक्षा, पंकज जॉनी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।