डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या दीपोत्सव को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित कर दिया है. दुनिया ने ऐसे उत्सव कभी देखे नहीं थे.अमेरिका सहित यूरोपीय देशों में इसकी गूंज है.त्रेता युग के प्रति भी दुनिया की जिज्ञासा बढ़ी है. प्रभु राम, सीता जी,लक्ष्मण पुष्पक विमान से अयोध्या लौटे थे। इसी के प्रतीक रूप में हेलीकॉप्टर का प्रयोग किया गया। प्रयास किया गया कि अयोध्या में प्रतीकात्मक रूप में त्रेता युग का प्रसंग जीवंत हो।रामचरित मानस में गोस्वामी जी लिखते है-
आवत देखि लोग सब कृपासिंधु भगवान।
नगर निकट प्रभु प्रेरेउ उतरेउ भूमि बिमान॥
इस दृश्य की कल्पना करना ही अपने आप में सुखद लगता है। अयोध्या में ऐसा ही दृश्य प्रतीकात्मक रूप में दर्शनीय था। प्रभु राम के वियोग में अयोध्या के लोग व्याकुल थे। अंततः वह घड़ी आ ही गई जब प्रभु राम अयोध्या पधारे। उनके वियोग में लोग कमजोर हो गए थे। प्रभु को सामने देखा तो प्रफुल्लित हुए-
आए भरत संग सब लोगा। कृस तन श्रीरघुबीर बियोगा॥
बामदेव बसिष्ट मुनिनायक। देखे प्रभु महि धरि धनु सायक।।