नई दिल्ली। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिवाली के बाद 28 अक्टूबर से राजधानी में पिछले साल की तरह इस साल भी “’रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ” अभियान शुरू किया जाएगा जो आगामी 28 नवम्बर तक चलेगा। राय ने आज कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सर्दी में होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए 15 बिंदु विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की थी, जिसकी उन्होंने समीक्षा की। अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि हवा की दिशा बदलती है तो दीपावली के बाद दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोत्तरी हो सकती है। इसी को देखते हुए दिवाली के बाद 28 अक्टूबर से दिल्ली में पिछले साल की तरह इस साल भी “’रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ” कैंपेन शुरू किया जाएगा।
यह कैम्पेन 28 अक्टूबर से 28 नवम्बर तक चलेगा। कैंपेन के तहत भीड़-भाड़ वाले 100 चौराहों पर वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए 2500 वालेंटियर्स लगाए जाएंगे। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के विरूद्ध ग्रीन वॉर रूम शुरू किया है। साथ ही एंटी डस्ट कैम्पेन चला रखा है, जिसमें धूल से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए अभियान चल रहा है। इसके अलावा पराली गलाने के लिए 5000 एकड़ में बायो डी-कंपोजर का छिड़काव करवाया जा रहा है। इसी क्रम में अब ‘रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ ” कैम्पन की शुरूआत की जा रही है। यह कैम्पेन प्रतिदिन सुबह 8.0 बजे से रात आठ बजे तक में चलेगा।
उन्होंने कहा कि पैट्रोलियम कंजर्वेशन रिसर्च एसोसिएशन के आंकड़ों के मुताबिक रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान को सफलता पूर्वक लोग पालन करते हैं, तो दिल्ली के अंदर 15 से 20 फीसदी तक वाहन प्रदूषण को कम किया जा सकता है। आम तौर पर यह देखा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति दिल्ली में अपनी गाड़ी लेकर निकलता है तो वापस घर पहुँचने तक लगभग 8 से 10 रेडलाईट पर रूकता है और यदि वह दो मिनट एक चौराहे पर रूकता है और अपनी गाड़ी को आफ नहीं करता है तो वह 25 से 30 मिनट अपने गाड़ी के ईंधन को व्यर्थ में जलाता है जिसकी कोई आवश्यकता नहीं है। इसलिए इस माइन्ड सेट को बदलने की जरूरत है। हमारा यह पूरा अभियान इसी बात को लेकर है कि हम रेडलाईट पर अपने इंजन को बंद करना अपनी आदत में ले आएं। (वार्ता)