- पांच दिन बाद भी नतीजा सिफर
- बुजुर्ग महिला की हत्या में कई गुत्थियां
- कृष्णा नगर क्षेत्र में हुई घटना का मामला
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। कृष्णा नगर क्षेत्र के भोला खेड़ा निवासी 71 वर्षीय बुजुर्ग महिला मधुबाला श्रीवास्तव की हत्या फिलहाल रहस्य के कोहरे में है और कई ऐसे अनसुलझे सवाल हैं जिन पर पुलिस ज़वाब देने की स्थिति में नहीं है। लिहाजा मधुबाला की जान रंजिशन में ली गई या फिर संपति विवाद बना हत्या की वजह इन अनसुलझे सवालों के जवाब में डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक का जवाब सिर्फ इतना भर है कि बिना विवेचना पूरी हुए कुछ भी कहा नहीं जा सकता है।
,,,पूरे घटनाक्रम पर एक नजर,,,
पांच दिन पहले यानी मंगलवार की देर रात रिटायर्ड बैंककर्मी बुजुर्ग महिला मधुबाला श्रीवास्तव के घर में घुसकर बदमाशों ने बेरहमी से मौत की नींद सुला दिया। घटना के बाद घरवालों ने सूचीबद्ध बदमाश जेल में बंद ललित सोनकर और उसके गुर्गों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। कातिलों की गर्दन तक पहुंचने के लिए पुलिस ने गुरुवार को पेशी पर आए हिस्ट्रीशीटर ललित सोनकर से लंबी पूछताछ की, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ।
ललित सोनकर ने पुलिस से कहा कि इस बाबत उसे कोई जानकारी नहीं है। जानकारों की मानें तो पुलिस भले ही जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर और उसके गुर्गों पर नजरें गड़ाए हुए है, लेकिन एक ओर करीबियों पर भी पुलिस का गहनता से फोकस है। यूं तो हिस्ट्रीशीटर ललित सोनकर और उसके गुर्गों पर हत्या किए जाने का मुकदमा दर्ज है, लेकिन घटना में इस एंगिल पर भी चर्चा हो रही है कि इस हत्याकांड में किसी करीबी का हाथ माना जा रहा है। वहीं सूत्रों की मानें तो पुलिस मृतका के संपत्ति और बैंक के खाते को लेकर गहनता से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान मुस्कान के कई ज़वाब विरोधाभास रहा, जिसके बाद से पुलिस कातिलों तक पहुंचने के लिए कड़ियां जोड़कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।