रंजन कुमार सिंह
सिगरेट और तम्बाकू भी एक्सपायर हो जाते हैं, लेकिन एक खास वजह या यूं कहें निर्देश के कारण इसकी जानकारी पैकेट पर नहीं छपती। हम खाने-पीने का जो भी सामान खरीदते हैं उस पर मेनुफेक्चरिंग और एक्सपायरी डेट जरूर लिखी होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि तम्बाकू और सिगरेट पर एक्सपायरी डेट नहीं लिखी होती? लेकिन ऐसा क्यों होता है? आखिर इन जैसी नुकसानदायक चीजों पर कोई एक्सपायरी डेट क्यों नहीं होती? इसका जवाब भी खुद इसी लाइन में है और यह गाइडलाइन्स खुद World Health Organization (WHO) ने दी हैं।
किसी प्रोडक्ट पर लिखी एक्सपायरी डेट से पता चलता है। कि उसे कब तक इस्तेमाल किया जा सकता है और कब इसका सेवन सेहत को नुकसान पहुंचाएगा। अब तंबाकू प्रोडक्ट्स को देखें तो इनका सेवन किसी भी सूरत में सेहत के लिए हानिकारक होता है। इसी वजह से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने तम्बाकू पर एक्सपायरी डेट लिखने की मनाही कर रखी है।
तम्बाकू हमेशा ही नुकसानदायक है और उस पर एक्सपायरी डेट देने से यह संदेश जाएगा की यह दी गई समयावधि में इसे इस्तेमाल करना सुरक्षित है। यही वजह है कि तम्बाकू, सिगरेट और नशीले पदार्थों पर एक्सपायरी डेट नहीं दी जाती है। पर आपको बता दें कि सिगरेट और तम्बाकू भी एक्सपायर हो जाते हैं। यह एक साल बाद ये और भी ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं मेनुफेक्चर के एक साल बाद सिगरेट के फिल्टर से कैमिकल ऐसे रिएक्शन करता है कि इससे ब्लड कैंसर का खतरा होता है। इस तरह एक्सपायर तम्बाकू भी और ज्यादा नुकसानदायक हो जाता है।