नन्हें खांन
देवरिया। मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार द्वारा विकास खण्ड-बैतालपुर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित थे। निरीक्षण के समय इन्द्र मोहन मिश्र, लेखाकार द्वारा उच्च अधिकारियों की निरीक्षण आख्या से संबंधित पत्रावली प्रस्तुत की गयी जिसमें मुख्य विकास अधिकारी द्वारा 29 अक्टूबर 21 के ब्लाक निरीक्षण की निरीक्षण आख्या उसमें संलग्न नहीं पाया गया। बताते चलें कि उच्च अधिकारियों द्वारा समय-समय पर जारी आदेश की गार्ड फाईल बनायी गयी है, परन्तु उसमें कुछ भी अंकित नहीं किया गया है। शासनादेश की गार्ड फाईल बनायी गयी है परन्तु उसे अद्यतन नहीं किया गया है। खण्ड विकास अधिकारी, बैतालपुर द्वारा 27 अगस्त 2022 को उपस्थिति पंजिका के निरीक्षण के समय 04 तकनीकी सहायक अनुपस्थित पाये गये थे जिसे अनुपस्थित भी किया गया था, परन्तु उक्त अनुपस्थित कर्मियों का उक्त दिवस का मानदेय इन्द्र मोहन मिश्र, लेखाकार द्वारा अवरूद्ध नहीं किया गया है तथा उन तकनीकी सहायकों का मानदेय निकाल दिया गया है। आलमारी के निरीक्षण में यह पाया गया कि आलमारी के बाहर 4ए पेपर आलमारी के बाहर चस्पा है, परन्तु आलमारी के अन्दर क्या रखा गया है यह अंकित नहीं है। आलमारी में बेतरतीब ढंग से फाइले रखी पायी गयीं, किस रैक में कौन सी फाईल है इसका अंकन नहीं किया गया है।
मनरेगा की फाइले इन्द्र मोहन मिश्र, लेखाकार द्वारा पूर्ण नहीं किया गया है। अनुदान पंजिका भाग-3 में अंकित धनराशि के संबंध में जानकारी मांगने पर पूर्ण रूप से जानकारी नहीं दी गयी। ग्राम रोजगार सेवक, मनरेगा कार्मिक / ई०पी०एफ० पंजिका सक्षम स्तर से प्रमाणित नहीं है और न ही किसी कर्मचारी का इसमें हस्ताक्षर किया गया है। इस संबंध में पूछने पर लेखाकार द्वारा बताया गया कि यह सब ऐसे ही पंजिका में रखा जाता है, सब कुछ ऑनलाईन है। आवास की पंजिका में कुछ फार्म पाये गये जिसमें ग्राम सचिव, ग्राम प्रधान, सेक्टर प्रभारी एवं खण्ड विकास अधिकारी के हस्ताक्षर हैं, तथा उन्हें पंजिका में अंकित नहीं किया गया है। आलमारी में पुराने पन्ने खुले में बण्डर बांधकर रखे हुए हैं जिसमें आवास के कुछ पात्र एवं कुछ अपात्र फार्म हैं जिन्हें आवास पंजिका में अंकित नहीं किया गया है और न ही सही ढंग से रखा गया है। इसके लिए इन्द्र मोहन मिश्र, लेखाकार उत्तरदायी हैं, जिसके लिए जिला विकास अधिकारी, देवरिया को दण्डात्मक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।
इस विकास खण्ड में कार्यरत तकनीकी सहायक दिग्विजय नाथ तिवारी, जय प्रकाश, रमेश चन्द्र मिश्र भ्रमण पंजिका पर भ्रमण अंकित किये बिना ही चले गये थे जिसके कारण उनका एक दिन का मानदेय अवरूद्ध किया जाता है। स्थापना पटल का कार्य देख रहे नरेन्द्र देव द्वारा रखी गयी पत्रावलियों / पंजिका का निरीक्षण किया गया जिसमें राजीव शंकर मिश्र, ग्रा०वि०अ० के सेवा पुस्तिका में अर्जित अवकाश अद्यतन नहीं किया गया है। आशा यादव ग्रा0वि0अ0 की सेवा पुस्तिका के अवलोकन में नामिनी नहीं बनाया गया है तथा इनका भी अर्जित अवकाश अद्यतन नहीं है। सतीश कुमार शाही, ग्राम विकास अधिकारी की जी०पी०एफ० पासबुक में कटौती पूर्ण होने के उपरान्त संबंधित कर्मचारी का हस्ताक्षर नहीं कराया गया है। सलीम परवेज खां, ग्रा०वि०अ० के अंशदान कटौती में संबंधित कर्मचारी का हस्ताक्षर नहीं कराया गया है। नरेन्द्र देव द्वारा देखी जा रही अभिलेखों की आलमारी जिसके बारह भण्डार लिखा हुआ है, उसमें रखी गयी पत्रावलियों/अभिलेखों का न तो बाहर और न ही अन्दर विवरण अंकित है जिससे पत्रावलियों का कारण रख-रखाव ठीक नहीं पायी गयी।