अमित मोहन
नौतनवा/महराजगंज। नौतनवां नगरपालिका का चुनाव दिलचस्प होने जा रहा है। जैसी कि खबर है,इस बार भाजपा ने यहां हर हाल जीतने की रणनीति पर काम शुरू कर दी है। जायसवाल और व्यापारियों की बाहुल्यता वाले नगरपालिका के इस सीट पर जिताऊ उम्मीदवार की खोज पूरी कर ली गई है। हालांकि नौतनवां नगरपालिका चुनाव हेतु प्रभारी बनाई गईं राज्यसभा की सदस्य संगीता यादव ने अभी तक किसी नाम को फाइनल नहीं किया है लेकिन एक उम्मीदवार की सक्रीयता जिस तरह देखी जा रही है उस हिसाब से नगरपालिका क्षेत्र में चर्चा तेज है कि भाजपा ने उम्मीदवार तय कर लिया है बस नाम की घोषणा शेष है।
पूर्व के चुनाव में भी भाजपा ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे थे लेकिन कोई उम्मीदवार कामयाब नही हो सका था।
इस बार उमेश जायसवाल के नाम की चर्चा है। उमेश जायसवाल नगर के प्रतिष्ठित व्यवसाई हैं। ईंट भट्ठे का उनका बड़ा कारोबार है। समाजसेवी के रूप में उनकी ख्याति है। भाजपा और संघ परिवार से उनकी नजदीकियां हैं ही, और जैसा कि उनका दावा है वे क्षेत्रीय विधायक और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी के भी काफी निकट हैं। नगर निकाय चुनाव का बिगुल अभी नहीं बजा है बावजूद चुनाव लड़ने को इच्छुक लोग अपनी सक्रीयता तेज कर दिए हैं। टिकट के लिए भी भागम भाग शुरू है। अभी जहां भाजपा समर्थित चेयरमैन हैं उनके कार्यकाल की समीक्षा शुरू हो गई है। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों से जानकारी मिली है कि केवल बड़े नेताओं की परिक्रमा ही टिकट हासिल करने का पैमाना नहीं होगा।
एक एक वार्ड से गहन राय शुमारी कर उम्मीदवार तय होंगे। संभवतः उमेश जायसवाल को पार्टी के किसी जिम्मेदार से चुनाव लड़ने की हरी झंडी मिल चुकी है। इसके बाद से ही वे नगरपालिका क्षेत्र के एक एक वार्ड में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। जिन वार्डों में नाली,जल निकासी, स्वच्छ जल, सड़क, बिजली आदि की कमी दिख रही है,वे तत्परता से स्वयं उसे दुरुस्त करा रहे हैं। एक भेंट में उन्होंने बताया कि वे नगरपालिका अध्यक्ष के चुनाव की तैयारी में लग गए हैं,वे भाजपा से ही चुनाव लड़ना चाहेंगे लेकिन भाजपा किसे उम्मीदवार तय करती है,यह फैसला तो उसे ही करना है। वहीं कस्बे के तमाम बुद्धजीवियों का कहना है कि हो न हो उमेश जायसवाल का भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ना तय जान पड़ता है?